दिल्ली मुख्य सचिव के साथ हुई कथित मारपीट मामले के बाद बीजेपी और कांग्रेस नेताओं ने उपराज्यपाल से मुलाकात की. वहीं दिल्ली सरकार में मंत्री इमरान हुसैन भी एलजी से मिलने पहुंचे.
कांग्रेस की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और अजय माकन समेत किरण वालिया और अरविंदर सिंह लवली मौजूद थे. वहीं बीजेपी के सारे विधायक LG से मिलने पहुंचे.
इस दौरान दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने उप राज्यपाल से मुलाकात के बाद कहा कि ब्यूरोक्रेसी सरकार चलाने को लिए बहुत अहम है. सरकार को माफी मा़ंगनी चाहिए. वहीं इतना बड़ा संवैधानिक संकट है और अब दिल्ली के मुख्यमंत्री यहां नहीं है. ये गैर जिम्मेदाराना व्यवहार है.
वहीं अजय माकन का कहना है कि दिल्ली में इस वक्त संवैधानिक संकट है. हमने एलजी से मिलकर सबसे पहले अधिकारियों की सुरक्षा की मांग की ताकि उनपर कोई दबाव ना रहे. दिल्ली में कांग्रेस सरकार में भी टकराव होता था, लेकिन अधिकारियों के सम्मान में कभी कमी नहीं की गई.
दूसरी तरफ बीजेपी के सभी विधायकों को लेकर उपराज्यपाल से मिलने पहुंचे विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि मुख्य सचिव के ऊपर हमला एक सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है. यह मुख्यमंत्री की ओर से षड्यंत्र किया गया है. आधी रात को जानबूझकर वी के जैन ने षड्यंत्र के तहत रात 12 बजे मुख्य सचिव को बुलाया ताकि वहां जो भी हो, वो मीडिया में ना आ पाए. इस षड्यंत्र में मुख्यमंत्री शामिल हैं. उन्हे गिरफ्तार किया जाए, मुख्यमंत्री चुप क्यों हैं?
इमरान हुसैन भी पहुंचे एलजी के पास
दिल्ली के मंत्री इमरान हुसैन अपनी शिकायत पर कार्रवाई नहीं होने की शिकायत लेकर एलजी के पास पहुंचे. उन्होंने कहा कि उनके साथ हुई मारपीट मामले में कार्रवाई क्यों नहीं हो रही?