दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ सोमवार को बीजेपी के चार पार्षदों ने जल बोर्ड की मीटिंग का बहिष्कार किया. साथ ही दिल्ली सचिवालय के बाहर फुटपाथ पर धरना देकर विरोध प्रदर्शन किया. दिल्ली जल बोर्ड के इन सदस्यों (बीजेपी पार्षदों) का यह विरोध प्रदर्शन मुख्यमंत्री केजरीवाल के खिलाफ था. दिल्ली सचिवालय में जल बोर्ड की यह बैठक कई अहम मुद्दों और टेंडर पर चर्चा करने के लिए बुलाई गई थी.
दिल्ली जल बोर्ड के सदस्य और दिल्ली कैंट से पार्षद जगत सिंह लोहिया ने बताया कि केजरीवाल द्वारा मीटिंग में अवैध तरीके से टेंडर पास किए जा रहे हैं, जिसका पार्षद विरोध कर रहे हैं. पार्षदों का विरोध इस बात को लेकर भी है कि दिल्ली के कई इलाके पानी की किल्लत से जूझ रहे हैं, जिस पर दिल्ली के मुख्यमंत्री कुछ बोलने तक को राजी नहीं हैं.
इसको लेकर दिल्ली की जनता में काफी गुस्सा है. आम आदमी पार्टी संयोजक और मुख्यमंत्री केजरीवाल के पास सिर्फ जल बोर्ड का ही एक विभाग है. इसके बावजूद राष्ट्रीय राजधानी की जनता प्यासी है. आम लोगों को पानी की समस्या से लगातार जूझना पड़ रहा है. इन पार्षदों का कहना है कि दिल्ली में सफाई व्यवस्था भी चौपट हो गई है. यह पहली बार नहीं है, जब आम आदमी पार्टी की सरकार में जनता को कई समस्याओं से जूझना पड़ रहा है.
बीजेपी पार्षदों का कहना है कि अगर आगे भी ऐसा ही चलता रहा, तो हम और हमारी पार्टी के सभी कार्यकर्ता मिलकर इस लड़ाई को और मजबूती के साथ लड़ेंगे. केजरीवाल और उनके विधायकों के द्वारा दिल्ली की जनता के साथ किए जा रहे विश्वासघात का मुंहतोड़ जवाब देंगे. बीजेपी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की जनता के साथ किसी भी कीमत पर अन्याय नहीं होने देगी.