दिल्ली में प्याज और टमाटर की बेकाबू कीमतों पर रोक लगाने के लिए अरविंद केजरीवाल की सरकार अब जमाखोरी करने वालों पर कार्रवाई करेगी. खाद्य विभाग को आजादपुर मंडी, ओखला मंडी, गाजीपुर मंडी और केशोपुर मंडी में रोजाना औचक निरीक्षण के आदेश दिए गए हैं. इसके अलावा अलग-अलग टीमें दिल्ली के फुटकर बाजारों में भी जमाखोरी का पता लगाएंगी.
दिल्ली सरकार में खाद्य मंत्री इमरान हुसैन ने 'आजतक' से खास बातचीत में बताया कि सरकार ने खाद्य विभाग के साथ मिलकर तमाम मंडियों में छापेमारी करने के लिए टीमें गठित की गई हैं.
उन्होंने कहा, "रात के वक्त जब भी मंडी में थोक का समान बिकता है, वहां यह टीमें नजर रखेंगी. अगर कोई प्याज और टमाटर की जमाखोरी करता पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी."
इमरान हुसैन से जब प्याज और टमाटर का दाम पूछा गया तो उन्होंने बताया कि इस वक्त प्याज लगभग 50 रुपए और टमाटर 80 रुपए प्रति किलो तक बिक रहा है.
पहले किलो में तो अब पाव में खरीद रहे
हुसैन ने बताया, "हमारी टीमें पहले थोक बाजार फिर फुटकर बाजारों का निरीक्षण करेंगी और दोनों बाजार में कीमतों की तुलना की जाएगी. दिल्ली में टमाटर और प्याज बाहर के राज्यों से आता है. सरकार की कोशिश है कि जनता को टमाटर और प्याज कम से कम दाम में मिले."
'आजतक' की टीम ने पहाड़गंज की सब्जी मंडी का दौरा किया. टमाटर खरीदने पहुंचे गंगेश ने कहा, "आम जनता के लिए घर चलाना मुश्किल हो गया है. टमाटर 20 से 40 और अब 60 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गया है. पहले एक किलो टमाटर खरीदते थे, अब एक पाव से काम चला रहे हैं."
वहीं भंडारी परिवार का कहना है, "पहले एक किलो टमाटर का भाव पूछते थे, अब एक पाव का भाव पूछते हैं. हर सब्जी का भाव आसमान छू रहा है. प्याज और टमाटर घर में कंजूसी से इस्तेमाल करते हैं. सरकार महंगाई को काबू नहीं कर पा रही है."
एक माह में चार गुना बढ़ीं टमाटर की कीमतें
सब्जी विक्रेता राममोहन का कहना है, "मंडी में टमाटर और प्याज काम आ रहा है. अचानक से प्याज और टमाटर का दाम बढ़ गया, जिसके चलते बिक्री भी कम हो गई है. पिछले एक महीने में 400 रुपए कैरेट का टमाटर आज 1600 रुपये कैरेट तक पहुंच गया है."
अन्य सब्जी दुकानदारों का कहना है कि कैरेट में खराब टमाटर और वजन कम निकलने से घाटा बहुत होता है.