दिल्ली में नई सरकार बनने के बाद हर कोई यह जानना चाहता है कि अब आगे क्या होगा? लोग उस दिन का भी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, जिस दिन अरविंद केजरीवाल की सरकार को विधानसभा में बहुमत साबित करना है.
अब यह तय है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 2 जनवरी को विधानसभा में अपना बहुमत साबित करेंगे. शनिवार को हुई मंत्रिमंडल की पहली बैठक में नई विधानसभा का सत्र 1 जनवरी से आयोजित किए जाने का फैसला किया गया.
AAP सरकार की ओर से बयान में कहा गया है, 'पांचवीं विधानसभा का पहला सत्र 1 जनवरी से 7 जनवरी तक आयोजित किया जाएगा. पहले दिन नए चुने गए विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी. 2 जनवरी को सरकार विश्वासमत पेश करेगी. 3 जनवरी को विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव कराया जाएगा.'
अरविंद केजरीवाल ने अपने 6 सदस्यीय मंत्रिमंडल के साथ शनिवार को ही पद व गोपनीयता की शपथ ली है. इस हफ्ते की शुरुआत में उपराज्यपाल नजीब जंग ने अरविंद केजरीवाल को बताया था कि उन्हें मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के 7 दिनों के भीतर विश्वास मत हासिल करना होगा.
दिल्ली विधानसभा में सदस्यों की कुल संख्या 70 है, जिसमें AAP के 28 विधायक हैं और उसे कांग्रेस के 8 विधायकों का बाहर से समर्थन हासिल है. बीजेपी 31 विधायकों के साथ विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी है.