दिल्ली स्थित एम्स के रेजिडेंट डॉक्टरों ने तीसरे दिन शाम को हड़ताल खत्म कर दी है. ये रेजिडेंट डॉक्टर अब अपने काम पर लौट गए हैं. राजेंद्र प्रसाद सेंटर (RPC) के चीफ डॉक्टर अतुल कुमार को हटाने के बाद रेजिडेंट डॉक्टरों ने यह हड़ताल खत्म की है. इन रेजिडेंट डॉक्टरों का आरोप है कि RPC चीफ अतुल कुमार ने एक साथी डॉक्टर को मरीजों और दूसरे स्टॉफ के सामने थप्पड़ मारा, लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई.
इसको लेकर रेजिडेंट गुरुवार से हड़ताल पर थे और अतुल कुमार के इस्तीफे की मांग कर रहे थे. फिलहाल मामले की जांच पूरी होने तक अतुल कुमार की जगह डॉक्टर प्रदीप शर्मा को RPC का चीफ बनाया गया है. वहीं, रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल के चलते इमरजेंसी और आईसीयू छोड़कर बाकी सभी सेवाओं पर बुरा असर पड़ा.
बताया जा रहा है कि इस हड़ताल में 1800 रेजिडेंट डॉक्टर शामिल रहे. इसके कारण सबसे ज्यादा ओपीडी की सेवाओं पर असर पड़ा. मरीजों को खासी परेशानियों से जूझना पड़ा. गुरुवार को जब लोग दूर-दूर से इलाज के लिए एम्स पहुंचे, तो उन्हें निराशा ही हाथ लगी. इन लोगों का कहना था कि परेशानी इस कदर है कि कोई सुनने को राजी नहीं है. कुछ भी पता नहीं चल रहा है कि इलाज होगा या नहीं?
वहीं, इस बीच एम्स प्रशासन ने मामले की जांच के लिए एक कमेटी भी गठित की. हालांकि रेजिडेंट डॉक्टर नहीं माने. जब अतुल कुमार को उनके पद से हटाया गया, तब जाकर इन्होंने अपनी हड़ताल खत्म की.
इससे पहले रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष हरजीत सिंह भाटी ने आरोप लगाया कि एम्स प्रशासन ने एक डॉक्टर के साथ बदसलूकी की. डॉक्टर अतुल कुमार ने एक रेजिडेंट डॉक्टर पर हाथ उठाया. जब तक अतुल कुमार के खिलाफ एक्शन नहीं लिया जाता है, तब तक रेजिडेंट डॉक्टर्स अनिश्चितकाल हड़ताल पर रहेंगे.