दिल्ली में हवा की गुणवत्ता एक बार फिर 'बहुत खराब' श्रेणी से बढ़कर गंभीर स्थिति में पहुंच गई है. यहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) का लेवल 400 के पार चला गया है जिसे सबसे ज्यादा खराब माना जाता है. दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण कमेटी द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक गुरुवार की सुबह दिल्ली के आनंद विहार में AQI का स्तर 401 दर्ज किया गया. वहीं, यहां के अलीपुर में 405 और वजीरपुर में 410 AQI रहा.
इससे पहले बुधवार को हवा की गुणवत्ता में सुधार देखने को मिला था लेकिन एक बार फिर ये 'गंभीर' स्थिति में पहुंच गया है. बुधवार की सुबह दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 281 दर्ज किया गया था जो जो 'खराब' श्रेणी में था. इससे पहले लगातार 5 दिन तक AQI 'बेहद खराब' श्रेणी में था.
बुधवार से पहले के आंकड़ों की बात करें तो 24 घंटे का औसत एक्यूआई मंगलवार को 312, सोमवार को 353, रविवार को 349, शनिवार को 345 और शुक्रवार को 366 था.
उल्लेखनीय है कि 0 और 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बेहद खराब' और 401 से 500 के बीच 'गंभीर' माना जाता है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग में एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने बताया कि मंगलवार की सुबह हवा की गति बढ़ने से प्रदूषण कारक तत्व छितरा गए. उन्होंने कहा कि हालांकि हवा की रफ्तार फिर से कम हो गई है जिससे प्रदूषण कारक तत्व एकत्रित हो सकते हैं.
उन्होंने कहा था कि गुरुवार तक वायु गुणवत्ता और खराब हो सकती है. पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु गुणवत्ता निगरानी प्रणाली ‘सफर’ के अनुसार पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने की 1,943 घटनाएं हुई. हवा की गति धीमी होने और कम तापमान के कारण प्रदूषण कारक तत्व एकत्रित हो जाते हैं और हवा की रफ्तार तेज होने से वह छितरा जाते हैं.
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