दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का लेवल एक बार फिर से खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है, इस पर अंकुश लगाने के लिए रविवार तक दिल्ली में किसी भी तरह के निर्माण कार्य पर रोक लगा दी गई है.
उपराज्यपाल अनिल बैजल की उच्चस्तरीय बैठक में दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण पर बड़ा फैसला लिया गया. इन फैसलों में दिल्ली में रविवार तक निर्माण कार्यों पर रोक लगाना शामिल है, साथ ही वातावरण में फैली धूल भरी धुंध को हटाने के लिए सड़कों पर पानी का छिड़काव किया जाएगा.
बैठक में दिल्ली के पर्यावरण मंत्री इमरान हुसैन भी शामिल हुए. बैठक में यह भी तय किया गया कि एनएचएआई, डीएमआरसी, एमसीडी, पीडब्ल्यूडी और एनबीसी निर्माण कार्य पर लगी रोक की निगरानी करेंगे.
Held emergency meeting in view of severe dust pollution in Delhi with Hon Min @ImranHussaain & officials.Emergency measures like stoppage of all civil construction activities till 17th June.More monitoring by agencies like NHAI,DMRC, MCDs,PWD & NBCC etc. for ensuring compliance. pic.twitter.com/MvUOXumoJJ
— LG Delhi (@LtGovDelhi) June 14, 2018
जानकारी के मुताबिक अगले कुछ दिनों तक प्रदूषण से राहत मिलने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं. मौसम में आए अचानक इस बदलाव के बाद सांस के मरीजों को खासकर बहुत परेशानी झेलनी पड़ सकती है.
हवा की गुणवत्ता बेहद खराब
दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर इस कदर खराब हो गया है कि राज्य के कई इलाकों में पीएम 10 का लेवल सामान्य से कई कई गुना ज्यादा बढ़ गया. दिल्ली पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी की वेबसाइट पर रात 11:30 बजे के हैरान करने वाले आंकड़े सामने आए जिसमें रोहिणी में पीएम 10 का स्तर 4,385 तक पहुंच गया. जबकि इसे 100 के करीब ही होना चाहिए था. रोहिणी में प्रदूषण का स्तर सामान्य से 43 गुना ज्यादा है.
भारत में राष्ट्रीय मानकों के मुताबिक पीएम 2.5 का स्तर 60 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से अधिक नहीं होना चाहिए. जबकि पीएम 10 के लिए यह स्तर 100 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से अधिक नहीं होना चाहिए.
पिछले दो-तीन दिनों से दिल्ली में कई जगहों पर हवा की गुणवत्ता बेहद खराब हो चुकी है. मौसम के जानकारों का मानना है कि बारिश होने से ही अब प्रदूषण के स्तर में कमी आ सकती है.