दिवाली से एक दिन पहले ही राजधानी दिल्ली और एनसीआर में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब स्तर पर पहुंच गई है. दिल्ली की कुल वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) शनिवार सुबह करीब 10 बजे आठ बजे तक 305 दर्ज किया गया. वहीं System of Air Quality and Weather Forecasting and Research (SAFAR) के मुताबिक रविवार को यानी दिवाली के दिन दिल्ली में प्रदूषण की क्वालिटी ज्यादा खराब होने की संभावना है.
राष्ट्रीय राजधानी में अधिकतर जगहों पर शनिवार को एक्यूआई 'बेहद खराब' श्रेणी में दर्ज किया गया जबकि कुछ इलाकों में यह 'गंभीर' श्रेणी में दर्ज किया गया. पिछले दो दिनों से हवा में पीएम 2.5 और पीएम 10 का स्तर लगातार बढ़ने लगा है. मौजूदा स्थिति ये है कि इस वक्त दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में पीएम 2.5 का स्तर 150 के आंकड़े से ऊपर पंहुच गया है, जबकि पीएम 10 का स्तर 200 के करीब है, जो काफी खतरनाक स्तर पर है.
कैसे मापा जाता है AIQ का स्तर
बता दें कि एक्यूआई 0 से 50 के बीच अच्छा, 51 से 100 के बीच संतोषजनक, 101 से 200 मध्यम, 201 से 300 खराब, 301 से 400 तक बेहद खराब और 401 से 500 के बीच खतरनाक माना जाता है. दिल्ली में हवा की क्वालिटी लगातार बिगड़ने का मुख्य कारण हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पंजाब के इलाकों में पराली जलाना भी है.
दिल्ली-एनसीआर में 26 से 30 अक्टूबर तक निर्माण कार्य पर रोक
दिवाली से पहले हवा की गुणवत्ता 'बेहद खराब' श्रेणी में पहुंचने पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा अधिकृत संस्था ईपीसीए ने शुक्रवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी और आसपास के शहरों में 26 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक शाम छह बजे से सुबह छह बजे तक निर्माण कार्य पर प्रतिबंध रहेगा. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर पर्यावरण प्रदूषण (रोकथाम व नियंत्रण) प्राधिकरण (ईपीसीए) के अध्यक्ष भूरे लाल ने फरीदाबाद, गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, सोनीपत और बहादुरगढ़ में कोयला आधारित उद्योगों, बिजली संयंत्रों को बंद करने का निर्देश जारी किया है.
प्रदूषण नियंत्रण के लिए एक बार फिर ऑड-ईवन
गौरतलब है कि प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने एक बार फिर ऑड ईवन का ऐलान किया है, जो 4 नवंबर से 15 दिनों के लिए लागू होगा. दिल्ली की AAP सरकार लगातार दिल्ली का प्रदूषण रोकने की कोशिश कर रही है लेकिन दिवाली के दिन एक बार फिर हवा जहरीली होने की संभावना है.