राजधानी दिल्ली में हवाओँ के रुख में आ रही तब्दीली के चलते वायु प्रदूषण में तेज गिरावट देखी गई है. दिल्ली के प्रदूषण को लगातार मापने वाली मौसम विभाग की एजेंसी सफर के ताजा आंकड़ों के मुताबिक यहां पर ज्यादातर जगहों पर पीएम 2.5 का प्रदूषण वृहस्पतिवार के 449 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से गिरकर 225 माइक्रोग्राम पहुंच गया.
इन महीन कणों की सेफ लिमिट महज 60 माइक्रोग्राम होती है. इसी तरह पीएम 10 कणों का लेवल गुरुवार को 564 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से गिरकर 389 माइक्रोग्राम पहुंच गया है. इन कणों की सेफ लिमिट 80 माइक्रोग्राम होती है, तो कुल मिलाकर दिल्ली की हवा में खतरनाक कणों का प्रदूषण अभी भी खतरनाक स्तर पर है. लेकिन इसमें पिछले दिनों के मुकाबले खासी गिरावट देखी गई है.
मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली और आसपास के इलाकों में सुबह कोहरे की स्थिति में खासा सुधार देखा जा रहा है. मौसम विभाग के डायरेक्टर आर विशेन के मुताबिक अगले दो तीन दिनों में दिल्ली के ऊपर बहने वाली हवा की रफ्तार बढ़ जाएगी और इसी के साथ वायु प्रदूषण में भई खासी कमी आ जाएगी. ऐसा अनुमान है कि 6 नवंबर से हवाओं की रफ्तार बढ़ने से दिल्ली वालों को स्मॉग से काफी हद तक निजात मिल जाएगी. तेज हवाओं का सिलसिला 8 नवंबर तक जारी रहेगा, इसके मद्देनजर ये कहा जा सकता है कि दिल्ली वालों के लिए 6 नवंबर से अच्छे दिन आने वाले हैं. लेकिन ये अच्छे और साफ हवा वाले दिन सरकार के कदमों से नहीं बल्कि मौसम की मेहरबानी की वजह से आएंगे.
मौसम विभाग का अनुमान है कि शांत हवा की स्थिति राजधानी 5 नवंबर की शाम तक बनी रहेगी और उसके बाद जमीन से एक से डेढ़ किलोमीटर की ऊंचाई तक चलने वाली हवाएं रफ्तार पकड़ेंगी और इससे दिल्ली के वातावरण में मौजूद प्रदूषण को बिखरने का मौका मिल जाएगा. इन स्थितियों में ये कहा जा रहा है कि अगले 24 से 36 घंटों तक दिल्ली की हवा में जानलेवा प्रदूषण बना रहेगा.