दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक के नेतृत्व वाली अरविंद केजरीवाल सरकार ने बुधवार को इंदिरा गांधी स्टेडियम में 10 हजार आंगनबाड़ी वर्कर्स को स्मार्टफोन बांटे. कार्यक्रम में दिल्ली की सभी आंगनबाड़ी के वर्कर्स ने हिस्सा लिया और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के सामने सैलरी बढ़ाने से लेकर गर्मी की छुट्टियों की डिमांड भी रखी. कार्यक्रम की शुरुवात में पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि भी दी गई.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आंगनबाड़ी वर्कर्स से बात करते हुए कहा, 'आंगनबाड़ी वर्कर्स को स्मार्टफोन दिए जा रहे हैं. खूब काम करना और वॉट्सऐप भी इस्तेमाल करना. अब आंगनबाड़ी को विकसित किया जा रहा है. प्ले स्कूल की तरह आंगनबाड़ी में सुविधाएं मिलेंगी और गरीब के बच्चे भी आंगनबाड़ी में जा सकेंगे.'
साथ ही उन्होंने कहा, 'अगर आंगनबाड़ी वर्कर्स धरने पर बैठेंगे तो कैसे काम होगा इसलिए पिछले साल आंगनबाड़ी वर्कर्स की सैलरी दोगुनी कर दी. आप सैलरी की चिंता मत करना, आपको खुश रखने का काम मेरा है, लेकिन मेरी दिल्ली के बच्चों को खुश रखने का काम आपका है. मैं आंगनबाड़ी वर्कर्स का भाई हूं.'
साथ ही दिल्ली के आंगनबाड़ी सेंटर को प्ले स्कूल जैसा विकसित करने के लिए एक नए करिकुलम को लांच किया गया. विभाग के मंत्री और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने स्मार्ट फोन बांटने के पीछे मकसद बताते हुए कहा, 'जैसा फोन सचिव या मंत्री के हाथ में है वैसा फोन अब आंगनबाड़ी वर्कर के हाथ में होगा. कोई चाइनीज माल आंगनबाड़ी की बहनों को नहीं दिया जा रहा है, नामी कंपनी का फोन दिया जाएगा. अब 1 दर्जन रजिस्टर ढोने की जरूरत नहीं पड़ेगी. डेटा जुटाने के लिए मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी, मोबाइल से डेटा भेज दिया जाएगा.'
आगे मनीष सिसोदिया ने कहा, 'हमारे देश में 6 साल से कम उम्र के बच्चे के लिए अब आंगनबाड़ी सेंटर में 'अर्ली चाइल्डहुड केयर करिकुलम' शुरू किया जा रहा है. सारी दुनिया के मनोवैज्ञानिक मान चुके हैं कि 6 साल तक बच्चे का 80% दिमाग विकसित हो जाता है. आंगनबाड़ी अब पोषक भोजन ही नहीं बल्कि बच्चों के जीवन को विकसित करने में मदद भी करेंगे. आने वाले समय मे आंगनबाड़ी नर्सरी और प्ले स्कूल की जगह लेंगे.'
आपको बता दें कि केजरीवाल सरकार ने आंगनबाड़ी को हाईटेक किया जा रहा है साथ ही आंगनबाड़ी वर्कर्स के काम को पेपरलैस करने के मकसद से स्मार्ट फोन भी दिए गए हैं. दिल्ली में कुल 10 हजार 752 आंगनबाड़ी सेंटर हैं. स्मार्टफोन्स बांटने में लगभग 11 करोड़ रुपए का खर्च होने का अनुमान है.