दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बीते 7 दिन से उपराज्यपाल के दफ्तर में धरने पर बैठे हैं. इस बीच रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में नीति आयोग की बैठक में एलजी अनिल बैजल के शामिल होने को लेकर ट्वीट कर केजरीवाल फंस गए हैं. नीति आयोग की ओर से तुरंत केजरीवाल के दावे को खारिज कर दिया है.
उन्होंने ट्वीट करके कहा, "संविधान के किस नियम में उपराज्यपाल को मुख्यमंत्री की जगह लेने की शक्ति दी है? मैंने उन्हें अपनी जगह मीटिंग में जाने की इजाजत नहीं दी थी." हालांकि केजरीवाल के इस ट्वीट को नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने पूरी तरह से गलत बताया है.
अमिताभ कांत ने कहा, यह पूरी तरह से गलत है. एलजी अनिल बैजल नीति आयोग की बैठक में शामिल नहीं हुए हैं. इसके लिए नीति आयोग की ओर से मीटिंग में शामिल लोगों के नाम की लिस्ट तक जारी कर दी गई. जिसमें अनिल बैजल का नाम नहीं है.Under which provision of the Constitution does LG have powers to replace the Chief Minister? I have not authorised him to go in my place. https://t.co/ccA94tpKNo
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) June 17, 2018
This is totally incorrect. Lt. Governor of Delhi is not present at the Fourth Meeting of the Govening Council of NITI Aayog. https://t.co/1U95F4wz59
— Amitabh Kant (@amitabhk87) June 17, 2018
इससे पहले एक अन्य ट्वीट में केजरीवाल ने पूछा है कि जो प्रधानमंत्री किसी राज्य में अफ़सरों की हड़ताल करवा के वहां का काम काज ठप करता है, क्या ऐसे प्रधान मंत्री के हाथों में देश का लोकतंत्र सुरक्षित है? बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल और उनके मंत्री अपनी मांगों को लेकर बीते सोमवार से एलजी दफ्तर में धरने पर हैं.
सीएम केजरीवाल यहीं से ट्वीट या वीडियो जारी कर एलजी और केंद्र सरकार पर निशाना साध रहे हैं. वहीं इन सबके बीच आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता शाम 4 बजे अपने मुख्यमंत्री की मांगों के समर्थन में प्रधानमंत्री आवास का घेराव करने की तैयारी में हैं.
गोयल ने बोला केजरीवाल पर हमला
वहीं बीजेपी नेता विजय गोयल ने केजरीवाल के धरना पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि आज दिल्ली की जनता पानी, बिजली,शिक्षा, सड़क जैसे मुद्दों से परेशान है लेकिन मुख्यमंत्री अपनी नाकामयाबी छुपाने के लिए के LG ऑफ़िस में धरने पर बैठ गए हैं. उन्होंने कहा कि 2014 में भी इसी तरह से वो धरने पर बैठे थे. एक बार फिर से वो LG ऑफिस में कब्जा करके बैठ गए हैं, ये कौन सा लोकतंत्र है. गोयल ने कहा कि अरविंद केजरीवाल को सरकार चलना नहीं आता है और उन्हें सिर्फ धरना देना आता है. अब दिल्ली की जनता को समझ आ गया है कि उन्होंने अरविंद केजरीवाल को चुनकर गलती की है.