दिल्ली में विधानसभा चुनाव फरवरी के दूसरे हफ्ते में हो सकते हैं. चुनाव आयोग के सूत्रों के मुताबिक जनवरी के पहले सप्ताह में चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है. दिल्ली में चुनाव प्रचार के लिए बीजेपी 300 सांसदों को उतार रही है तो आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के लिए 200 रैलियां आयोजित की जा रही हैं. साफ है कि दिल्ली में चुनावी गर्मी बढ़ने ही वाली है.
विदेशी दौरों का दौर खत्म होने वाला है. अब दिल्ली के दंगल की तैयारी है. मुकाबले में एक बार फिर वही पार्टी है, जिसे लोग अब नरेंद्र मोदी से जानती है. उधर, आम आदमी पार्टी कमर कस रही है. अरविंद केजरीवाल के दुबई और अमेरिका से लौटते ही रैली का जवाब रैली से दिया जाएगा. आप नेता संजय सिंह कहते हैं, 'अरविंद केजरीवाल 12 या 13 दिसंबर से दिल्ली में चुनाव प्रचार करेंगे.
बीजेपी तो पहले से तैयार है. उसके सांसद दिल्ली के अलग-अलग इलाकों का दौरा भी कर रहे हैं, इसलिए केजरीवाल उन्हें कुछ नहीं लगते, उनकी रैली भी रायता दिखती है.
अरविंद केजरीवाल हर दिन दो रैलियां करेंगे जिसमें रोड शो भी शामिल है. उनका लक्ष्य दिल्ली में 200 रैलियां करने का है. बीजेपी के सांसदों का दल उनके खिलाफ उतर चुका है. सात मोदीरथ दिल्ली के सात इलाकों में घूमेंगे. ये केजरीवाल के अस्तित्व की लड़ाई है, और बीजेपी के लिए मोदी की नाक की.
बदले साध्वी के सुर
विवादित बयान के चलते चर्चा में रहीं केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति के सुर बदले नजर आ रहे हैं. सोमवार को त्रिलोकपुरी से लेकर न्यू अशोक नगर तक उन्होंने सिर्फ विकास की माला जपी और महंगाई के महिषासुर को मार गिराने का आवाहन किया.
पिछले दिनों गिरिराज सिंह और साध्वी निरंजन ज्योति के विवादित बोल से सियासी बवाल मच गया था. पीएम मोदी ने सांसदों को बुलाकर समझाया कि प्रचार में बोलना क्या है. भाषण देने की कला क्या है. इसलिए साध्वी नए रूप में अवतरित हुई.
दिल्ली के त्रिलोकपुरी में जनसभा से पहले विपक्ष की निगाह साध्वी निरंजन ज्योति के भाषण पर टिकी थी, लेकिन साध्वी ने उन्हें कोई मौका नहीं दिया. पीएम नरेंद्र मोदी की सीख से सबक लेते हुए साध्वी ने विकास का भजन गाया और वोट मांगा.