दिल्ली विधानसभा में गुरुवार को नए पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना की नियुक्ति पर चर्चा की गई. विधानसभा में राकेश अस्थाना की नियुक्ति के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया गया है. गुरुवार शाम को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल विधानसभा में इस मसले पर संबोधन देंगे.
आम आदमी पार्टी के विधायक संजीव झा ने विधानसभा में इस मसले को उठाया और आरोप लगाया कि ये नियुक्ति नियमों के खिलाफ है. साथ ही इस नियुक्ति के साथ सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन किया गया है.
विधानसभा में आम आदमी पार्टी के विधायक ने कहा कि राकेश अस्थाना की नियुक्ति में किसी भी नियम का पालन नहीं किया गया है. संजीव झा ने आरोप लगाया कि दिल्ली में राकेश अस्थाना को स्पेशल मिशन पर भेजा गया है.
राकेश अस्थाना की दिल्ली पुलिस आयुक्त के रूप में नियुक्ति अवैध है️
— Aam Aadmi Party Delhi (@AAPDelhi) July 29, 2021
PM मोदी की नीली आंखों वाले लड़के को सेवानिवृत्ति से 4 दिन पहले 1 साल के विस्तार के साथ नियुक्त किया गया था
दिल्ली अस्थिर करने के लिए "विशेष मिशन" पर गुर्गे को लेकर आए हैं- @Sanjeev_aap pic.twitter.com/wcGY0ndeLB
सदन में संजीव झा ने बयान दिया कि दिल्ली पुलिस कमिश्नर के तौर पर गुजरात कैडर के अफसर को क्यों नियुक्त किया गया है. केंद्र दिल्ली को काम करने से रोकना चाहता है, जो भी लोग इनके खिलाफ हैं उनकी आवाज़ को दबाया जा रहा है. कोई बाहरी दिल्ली की समस्या का हल नहीं निकाल सकता है.
सदन में दिल्ली सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन ने भी इस नियुक्ति पर सवाल खड़े किए. सत्येंद्र जैन ने कहा कि क्या दिल्ली में जितने भी पुलिस अफसर हैं, वो सभी नकारा हैं और आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे हैं. सत्येंद्र जैन ने कहा कि बीजेपी और कांग्रेस दोनों मिले हुए हैं, अगर हिम्मत है तो दामाद जी को उल्टा टांगकर दिखाओ.
आपको बता दें कि हाल ही में केंद्र सरकार ने राकेश अस्थाना को दिल्ली पुलिस का कमिश्नर नियुक्त किया है. राकेश अस्थाना अभी बीएसएफ के डीजी थे, वह गुजरात कैडर के अफसर हैं. चारा घोटाला, सुशांत केस, गोधरा कांड समेत अन्य बड़ों मामलों की जांच में वह चर्चा में रह चुके हैं.