केजरीवाल पर मिर्ची अटैक और मतदाता सूची से 30 लाख लोगों के नाम काटे जाने पर बुलाए गए दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र में जहां जोरदार हंगामा हुआ वहीं दिल्ली बीजेपी ने सदन के नजदीक जबर्दस्त विरोध प्रदर्शन किया. कार्यकर्ताओं का कहना था कि दिल्ली के लोगों की मुश्किलों पर नहीं फिजूल के राजनीतिक मुद्दों पर विशेष सत्र बुलाया गया है. बढ़ते विरोध को देखते हुए दिल्ली पुलिस को वॉटर कैनन का इस्तेमाल करना पड़ा.
पुलिस ने बीजेपी के कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए 2 जगह बैरिकेडिंग की थी लेकिन कार्यकर्ताओं ने एक जगह बैरिकेडिंग तोड़ दी. कार्यकर्ता दूसरे बैरिकेडिंग पर पहुंचे तो पुलिस ने वॉटर कैनन का इस्तेमाल कर उन्हें रोकने की कोशिश की. इसके बाद कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया.
इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व दिल्ली बीजेपी के महासचिव रविन्द्र गुप्ता, कुलदीप चहल और राजेश भाटिया ने किया. इनका आरोप है कि केजरीवाल सरकार दिल्ली की समस्याओं के बजाय फिजूल के राजनीतिक मुद्दों को उठा रही है, इन मुद्दों का दिल्लीवालों से कोई लेना-देना नहीं है.
दअरसल, दिल्ली सरकार ने केजरीवाल पर मिर्ची अटैक और मतदाता सूची से 30 लाख वोटर्स के नाम काटने के मुद्दे पर चर्चा के लिए विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया है. आम आदमी पार्टी का आरोप है कि चुनाव आयोग ने बीजेपी के साथ मिलकर दिल्ली के 30 लाख वोटर्स का नाम मतदाता सूची से काट दिया है. हालांकि यह भी दिलचस्प है कि दिल्ली सरकार जिस चुनाव आयोग पर आरोप लगा रही है. उसमें दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी विजय देव ही थे जो अब दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव बनाय गए हैं.