दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र में जब कश्मीर और मॉब लिंचिंग पर बहस शुरू हुई तो हंगामा शुरू हो गया. अलका लांबा ने बल्लभगढ़ के पास ट्रेन में हुए युवक की हत्या का मामला उठाया और बीफ को लेकर चल रहे विवाद की बात छेड़ी. लांबा ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि पिछले तीन साल में इस तरह की घटनाएं बढ़ी हैं. दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री सोमनाथ भारती ने भी कश्मीर के वर्तमान हालात के लिए केंद्र को जिम्मेदार ठहराया.
इतना ही नहीं स्पीकर रामनिवास गोयल भी चर्चा के दौरान उत्तेजित हो गए और कहने लगे कि कश्मीर हमारा है. वहां एक डीएसपी को मार दिया जाता है और सरकार मुंह पर ताला लगाकर बैठी है. चीन आंखें दिखा रहा है. उन्होंने कहा कि वे गुलाम कश्मीर की बात नहीं कर रहे जिसकी बात आरएसएस करता था.
स्पीकर ने मोदी सरकार की चीन नीति पर भी सवाल उठाया और कहा कि चीन ने हमारी मानसरोवर यात्रा रोक दी लेकिन मोदी सरकार का कोई मंत्री इस पर नहीं बोल रहा. डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि छद्म राष्ट्रवाद के नाम पर लोगों को डराया जा रहा है. देश के ताने बाने को बचाना जरूरी है. विधानसभा में भी इस संबंध में एक प्रस्ताव पास किया गया.