कोरोना काल के बीच सुर्खियों में आए ‘बाबा का ढाबा’ के मालिक कांता प्रसाद ने आत्महत्या की कोशिश की है. दिल्ली के मालवीय नगर इलाके में रहने वाले कांता प्रसाद ने शराब पीकर नींद की गोली खाई और आत्महत्या की कोशिश की.
जानकारी के मुताबिक, ये मामला गुरुवार रात करीब दस बजे का है. जब कांता प्रसाद ने शराब के नशे में नींद की गोलियां खा लीं.
कांता प्रसाद को देर रात में ही दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया, अभी बाबा कांता प्रसाद खतरे से बाहर हैं. पुलिस को इस बारे में अस्पताल से ही जानकारी मिली है.
दिल्ली पुलिस के डीसीपी साउथ अतुल ठाकुर ने बयान दिया है कि 80 साल के कांता प्रसाद को देर रात सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था. कांता प्रसाद ने शराब पी थी और नींद की गोलियां खा ली थीं. कांता प्रसाद के बेटे का बयान ले लिया गया है, मामले की जांच की जा रही है.
Delhi | Kanta Prasad, 80 y/o owner of 'Baba Ka Dhaba' was admitted to Safdarjung Hospital last night. He had brought in an unconscious condition after he consumed alcohol & sleeping pills. Statement of his son has been recorded for the same. Probe on: DCP South Atul Thakur
— ANI (@ANI) June 18, 2021
हाल ही में गौरव ने मुलाकात कर दूर किए थे शिकवे
अभी कुछ वक्त पहले ही यूट्यूबर गौरव वासन एक बार फिर कांता प्रसाद से मुलाकात करने के लिए पहुंचे थे और बाबा से अपने सभी गिले-शिकवे दूर कर लिए थे. दरअसल, गौरव पर लगाए गए आरोपों के बाद बड़ी संख्या में लोगों ने बाबा का ढाबा पर जाना बंद कर दिया था, जिसके बाद कांता प्रसाद ने माफी भी मांगी थी.
ऐसे में गौरव वासन ने वहां पहुंचकर सभी गिले-शिकवे दूर किए थे और कहा था कि माफ करने वाला हमेशा ही बड़ा होता है. लेकिन अब इस मुलाकात के कुछ दिन बाद ही कांता प्रसाद के आत्महत्या करने की कोशिश की बात सामने आई है.
रातो-रात स्टार बने थे बाबा का ढाबा के कांता प्रसाद
आपको बता दें कि दिल्ली के मालवीय नगर में ढाबा चलाने वाले कांता प्रसाद पिछले साल अचानक सुर्खियों में आए थे, जब एक यू-ट्यूबर गौरव ने उनके ढाबे का वीडियो बनाया था. तब उनकी बिक्री काफी कम होती थी, लेकिन गौरव की अपील के बाद कांता प्रसाद रातो-रात स्टार बन गए थे.
हालांकि, बाद में कांता प्रसाद द्वारा गौरव पर धोखाधड़ी के आरोप लगाए थे. इस बीच लॉकडाउन लग जाने की वजह से कांता प्रसाद के काम पर काफी असर भी पड़ा था. बाबा का ढाबा के अलावा खोला गया एक और रेस्तरां इस बीच बंद हो गया था.