राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के बवाना इंडस्ट्रियल इलाके में तीन फैक्ट्रियों में भीषण आग लगने से 17 लोगों की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि मरने वाले लोगों में कुछ की मौत दम घुटने की वजह से भी हुई है. एक फैक्ट्री पटाखे की थी, जबकि एक फैक्ट्री में प्लास्टिक का सामान बनाया जाता था. तीसरी फैक्ट्री को प्लास्टिक के गोदाम की तरह इस्तेमाल किया जाता था.
दमकल की 10 गाड़ियों ने घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बवाना अग्निकांड पर दुख जताया है. उन्होंने पीड़ित परिवारों को सांत्वना दी है. स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने स्वास्थ्य सचिव को निर्देश दिया है कि पीड़ितों को तुरंत राहत पहुंचाई जाए. मौके पर दिल्ली की उत्तर एमसीडी की मेयर प्रीति अग्रवाल भी पहुंच चुकी हैं.
बवाना अग्निकांड की 10 बड़ी बातें
1. आग सबसे पहले एक प्लास्टिक की फैक्ट्री में लगी. इसके बाद एक पटाखा फैक्ट्री और दूसरी प्लास्टिक की फैक्ट्री को अपनी चपेट में ले लिया.
2. आग लगने के बाद तीनों फैक्ट्री के अंदर मौजूद लोगों में हड़कंप मच गई. जान बचाने के लिए लोग इधर-उधर भागने लगे और कुछ लोगों ने छत से भी छलांग लगा दी .
3. इस भीषण अग्निकांड में 17 लोगों की मौत हो गई.
4. इस हादसे में 13 लोगों की मौत पहली मंजिल, तीन लोगों की ग्राउंड फ्लोर और एक की मौत बेसमेंट में हुई. मरने वालों में आठ महिलाएं हैं.
5. अभी आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका है. गोदाम में फंसे लोगों को बाहर निकालने का काम जारी है.
6. दमकल की 10 गाड़ियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग में काबू पाया.
7. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा के आदेश पर एम्स के ट्रॉमा सेंटर पर अलर्ट जारी कर दिया गया.
8. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस हादसे पर गहरा दुख जताया है. नॉर्थ एमसीडी मेयर प्रीती अग्रवाल मौके पर पहुंच गई हैं.
9. दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने आग लगने की घटना की जांच के आदेश दिए. साथ ही कहा कि राहत एवं बचाव कार्य पर हमारी नजर है.
10. बताया जा रहा है कि फैक्ट्री के अंदर आग से बचने के पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए थे.