डेविड वार्नर के तूफानी अर्धशतक और उन्मुक्त चंद के साथ उनकी अर्धशतकीय साझेदारी से दिल्ली ने टी-20 लीग 6 के मैच में कोलकाता को सात विकेट से हरा दिया. वार्नर ने तीन जीवनदान का फायदा उठाते हुए 41 गेंद में पांच चौकों और तीन छक्कों की मदद से नाबाद 62 रन की पारी खेलने के अलावा उन्मुक्त (39 गेंद में 37 रन) के साथ तीसरे विकेट के लिए 95 रन जोड़े जिससे दिल्ली ने 13 गेंद शेष रहते तीन विकेट पर 137 रन बनाकर मैच जीत लिया.
इससे पहले दिल्ली की अनुशासित गेंदबाजी के सामने गत चैम्पियन कोलकाता की टीम सात विकेट पर 136 रन ही बना सकी. पिछले चार मैचों में तीसरी जीत के साथ दिल्ली के 10 मैचों में तीन जीत से छह अंक हो गए हैं. टीम हालांकि अंक तालिका में आठवें स्थान पर ही है. दूसरी तरफ कोलकाता की टीम 10 मैचों में सातवीं हार के बाद छह अंक के साथ सातवें नंबर पर बनी हुई है.
इस जीत के साथ दिल्ली ने कोलकाता के हाथों टी-20 लीग 6 के पहले मैच में तीन अप्रैल को मिली छह विकेट की हार का बदला भी चुकता कर लिया. लक्ष्य का पीछा करते हुए वीरेंद्र सहवाग ने शुरुआत में ही अपने तेवर दिखाते हुए लक्ष्मीपति बालाजी और ब्रेट ली पर चौके जड़े. गंभीर ने इसके बाद ली की गेंद पर सहवाग का बेहद आसान कैच छोड़ा. सहवाग हालांकि इसका फायदा नहीं उठा पाए और अगले ओवर में कैलिस की गेंद पर स्लिप में यूसुफ पठान को कैच दे बैठे.
कप्तान महेला जयवर्धने (05) ने भी अगले ओवर में बालाजी की गेंद पर स्लिप में कैलिस को कैच थमाया. वार्नर को भाटिया के अगले ओवर में भी जीवनदान मिला जब लांग आन पर कैलिस ने ना सिर्फ उनका कैच छोड़ा बल्कि गेंद उनके हाथ से टकराकर छह रन के लिए भी चली गई. उन्मुक्त ने भी लय में आते हुए कैलिस पर दो चौके मारे.
दिल्ली को अंतिम पांच ओवर में जीत के लिए 37 रन की जरूरत थी. वार्नर ने बालाजी पर लगातार दो चौके जड़कर 35 गेंद में अर्धशतक पूरा किया और फिर टीम को आसानी से जीत दिला दी. टीम ने इस बीच उन्मुक्त का विकेट गंवाया जबकि वार्नर को भी 52 रन के स्कोर पर बालाजी की गेंद पर तीसरा जीवनदान मिला. कोलकाता की ओर से सुनील नारायण ने चार ओवर में सिर्फ 14 रन दिए लेकिन उन्हें कोई विकेट नहीं मिला. क्षेत्ररक्षक भी गेंदबाजों का साथ निभाने में नाकाम रहे.
इससे पहले कोलकाता ने नियमित अंतराल पर विकेट गंवाए और सात बल्लेबाजों के दोहरे अंक में पहुंचने के बावजूद टीम को जूझना पड़ा. कोलकाता की ओर से भाटिया ने सर्वाधिक नाबाद 26 रन बनाए जबकि सुमित नारवाल ने 23 और यूसूफ पठान ने 20 रन की पारी खेली. ब्रेट ली ने अंत में दो छक्कों की मदद से छह गेंद में नाबाद 16 रन बनाए. दिल्ली की ओर से उमेश यादव ने 36 रन देकर दो विकेट चटकाए.
इरफान पठान, मोर्ने मोर्कल और शाहबाज नदीम ने किफायती गेंदबाजी करते हुए चार ओवर में क्रमश: 16, 22 और 23 रन देकर एक-एक विकेट चटकाया. पहले बल्लेबाजी करने उतरे कोलकाता ने 16 रन तक ही दोनों सलामी बल्लेबाज कप्तान गौतम गंभीर (00) और मानविंदर बिस्ला (04) के विकेट गंवा दिए. गंभीर एक भी गेंद खेले बिना रन आउट हुए जबकि उमेश यादव की सीधी गेंद को पूरी तरह चूककर बिस्ला ने अपना आफ स्टंप गंवाया.
यूसुफ एक बार फिर नाकाम रहे. उन्होंने आशीष नेहरा पर लगातार दो चौके जड़ने के बाद मोर्कल पर भी छक्का जड़ा लेकिन दक्षिण अफ्रीका के इस तेज गेंदबाज की अगली गेंद को हवा में लहरा गए और उनके भाई इरफान ने अच्छा कैच लपका. बायें हाथ के स्पिनर नदीम ने इयोन मोर्गन (10) जबकि इरफान ने जाक कैलिस (12) को पवेलियन भेजकर नौवें ओवर में कोलकाता का स्कोर पांच विकेट पर 50 रन किया.
देवब्रत दास (18) और भाटिया ने छठे विकेट के लिए सर्वाधिक 36 रन जोड़कर विकेटों के पतन पर विराम लगाया. दोनों ने बेहद धीमी बल्लेबाजी की. इस बीच 27 गेंद तक कोई चौका नहीं लगा. दास ने नदीम पर चौका और फिर सीधा छक्का मारकर बाउंड्री के सूखे को खत्म किया. दास जब अच्छी लय में दिख रहे थे तब नेहरा की शार्ट गेंद को पुल करने की कोशिश में विकेटकीपर धीरज जाधव को कैच दे बैठे. उन्होंने 26 गेंद का सामना करते हुए एक चौका और एक छक्का मारा.
नारवाल और ली ने इसके बाद अंतिम ओवरों में कुछ आकषर्क शाट खेलते हुए टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया. नारवाल ने भाटिया के साथ सातवें विकेट के लिए तीन ओवर में 30 रन भी जोड़े. उन्होंने 15 गेंद की अपनी पारी में चार चौके मारे. कोलकाता ने अंतिम सात ओवर में 71 रन जोड़े जिसमें ली ने पारी के अंतिम ओवर में नेहरा पर दो छक्के सहित 16 रन जुटाए.