लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी ने अपनी तैयारियों को नया आयाम दिया है. अब पार्टी ने ऐसे विस्तारों की टीमें बनाई हैं, जो जनता के भ्रम को दूर करना का करेंगी. दिल्ली के सभी सात लोकसभा क्षेत्रों के लिए ऐसे विस्तार नियुक्त किए गए हैं.
दिल्ली बीजेपी ने लोकसभा प्रभारी, लाभार्थी संयोजक, सोशल मीडिया के साथ साथ विस्तारक बनाए हैं. हर किसी के काम का बंटवारा भी कर दिया गया है. सबसे अहम बात ये है कि जिनको ये कार्य सौंपा गया है वो लोकसभा चुनाव में टिकट नहीं मांगेंगे.
बीजेपी विस्तारक /लाभार्थी संयोजक
दिल्ली के सातों लोकसभा संसदीय क्षेत्र के लिए 7 विस्तारक बनाए गए हैं. हर विधानसभा (70) क्षेत्र के लिए 70 सह विस्तारक बनाए गए हैं, जिनका काम हर घर तक पहुंचना है. यानी मोदी सरकार की योजनाओं का लाभ उठाने वाले लाभार्थी के हर 10 घर पर एक कार्यकर्ता लगाया गया है, जो उनसे संवाद करेंगे और किसी और योजना में अगर वो फायदा ले सकते है वो दिलवाएंगे. इसके जरिए योजनाओं के लाभार्थियों को बीजेपी से जोड़ा जाएगा.
साथ ही आशा वर्कर से लेकर एएनएम वर्कर, स्किल डेवलपमेंट कार्यक्रमों के बारे में भी जनता को जानकारी दी जाएगी, उन्हें फायदा दिल्ली सरकार ने नहीं, बल्कि मोदी सरकार ने पहुंचाया है.
दरअसल, बीजेपी का आरोप है कि वो आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार, केंद्र की मोदी सरकार के कई कामों को अपना बताकर प्रचार करती है, जिसके बारे में जनता को सही जानकारी दी जाएगी और उनका भ्रम दूर किया जाएगा. विस्तारक और लाभार्थी संयोजक मिलकर इस काम को करेंगे.
लोकसभा प्रभारी
दिल्ली की सातों सीट के लिए लोकसभा प्रभारी भी नियुक्त कर दिए गए हैं. मूलचंद चावल को चांदनी चौक लोकसभा सीट, भोला नाथ विज को उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट, राजीव बब्बर को पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट, अभय वर्मा को पश्चिम दिल्ली लोकसभा सीट, उत्तरी पश्चमी दिल्ली लोकसभा सीट से वेद व्यास महाजन और आशीष सूद को दक्षिणी दिल्ली लोकसभा सीट के लिए बनाया गया है.
इन प्रभारियों का काम लोकसभा क्षेत्र के मुद्दे तय करना, कैंडिडेट के चुनाव प्रबंधन को संभालना, केंद्र के निर्देश को जमीन पर उतारना, प्रचार के आयोजन और रोड शो का खाका बनाना, मीडिया और सोशल मैनेजमेंट, सांसद के बारे में फीडबैक देना और मंडल से लेकर कार्यकर्ता तक संसादों के बारे में फीड बैक देना होगा.
सोशल मीडिया प्रमुख
हर लोकसभा सीट के लिए सोशल मीडिया प्रमुख भी बनाए गए हैं, जिनका काम वॉट्सऐप और फेसबुक के जरिए लोगों को जोड़ना है. मोदी सरकार ने क्या काम किया है, इसकी जानकारी वॉट्सऐप और फेसबुक के जरिए साझा की जाएंगी.