दिल्ली में जारी प्रशासनिक संकट को खत्म करने के लिए दिल्ली बीजेपी ने सोमवार को राजघाट जाकर महात्मा गांधी की समाधि पर प्रार्थना सभा की. बीजेपी के मुताबिक प्रार्थना सभा का उद्देश्य दिल्ली में चल रहे प्रशासकीय संकट के लिये जिम्मेदार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आत्मा को जागृत करना था. ताकि वो संविधानिक प्रावधानों के अनुसार काम करें.
इस दौरान दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को संविधान के प्रावधानों से खिलवाड़ करके आत्मिक शांति मिलती है. तिवारी ने आरोप लगाते हुए कहा कि 2014 में भी उनको संविधान का अपमान करते हुये देखा जा चुका है जब उन्होंने गणतंत्र दिवस के बहिष्कार की बात की थी.
सालों से दिल्ली वाले उन्हें देख रहे हैं कि कैसे केजरीवाल नियमों के खिलाफ जाकर काम कर रहे हैं. तिवारी ने केजरीवाल पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि जिस तरह अरविंद केजरीवाल संविधान को अपमानित करते हैं, उसे देखकर ऐसा लगता है कि वो नक्सलवाद के स्कूल से पढ़कर निकले हैं. जहां देश के कानून की अवहेलना करना सिखाया जाता है.
तिवारी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने समय-समय पर देश के संघीय ढांचे, सेना और उपराज्यपाल का अपमान किया है और बेतुकी टिप्पणियां की हैं. प्रार्थना सभा के बाद राजघाट के बाहर बीजेपी समर्थकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जनता अरविंद केजरीवाल को महात्मा गांधी की समाधिस्थल राजघाट की पवित्रता से खिलवाड़ करने के लिये कभी भी माफ नहीं करेगी.
तिवारी ने आरोप लगाया कि केजरीवाल कई बार राजघाट आये और स्वच्छ शासन देने की बात की. जबकि असलियत ये है कि जबसे वो दिल्ली के सीएम बने हैं तब से दिल्ली में भ्रष्टाचार के अलावा भाई-भतीजावाद को भी बढ़ावा दे रहे हैं.