कथित शराब नीति घोटाले में सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) और बीजेपी के नेता कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए हैं. आम आदमी पार्टी का कहना है कि सीएम केजरीवाल जेल से सरकार चलाएंगे तो दूसरी तरफ बीजेपी सीएम के इस्तीफे की मांग कर रही है. दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना ने कहा कि यहां बिजली, पानी और बस यात्रा पर सब्सिडी जारी रहेगी. कानून की उचित प्रक्रिया के तहत किसी व्यक्ति के जेल में रहने से सरकारी योजनाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा. AAP के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने इसे पार्टी की जीत बताया है. उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने जनता से वादा किया था कि वो जेल के बाहर हों या अंदर, दिल्ली के लोगों के काम नहीं रुकने देंगे. आज दिल्ली के बेटे और भाई अरविंद केजरीवाल की बड़ी जीत हुई है.
एलजी ने कहा कि कोई भी सब्सिडी योजना बंद नहीं की जाएगी. लोगों को राजनीतिक निहित स्वार्थों वाले अफवाहों और बयानों को खारिज करना चाहिए. सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली की जनता की बड़ी जीत हुई है. जो बोलते थे, जेल से सरकार नहीं चलने देंगे, वो भी हार मान गए. उन्होंने माना कि दिल्ली के काम नहीं रुकेंगे, केजरीवाल सरकार जेल से चलेगी. काम होते रहेंगे.
बीजेपी नेताओं ने किया विरोध प्रदर्शन
आज बीजेपी कार्यकर्ताओं ने सीएम के इस्तीफे की मांग को लेकर AAP विधायकों के आवास और कार्यालयों के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ता कृष्णा नगर के आप विधायक एस.के. बग्गा के कार्यालय के बाहर एकत्र हुए. इसमें दिल्ली भाजपा प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया. कार्यकर्ता 'सीएम को इस्तीफा देना चाहिए' के नारे लगा रहे थे और उनके हाथ में तख्तियां थीं.
आजतक से बात करते हुए दिल्ली बीजेपी प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, 'दिल्ली के लोग केजरीवाल के भ्रष्टाचार से तंग आ चुके हैं. हम यहां AAP विधायकों से कहने आए हैं कि आपके सुप्रीमो जेल में हैं और उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए.'
जब उनसे AAP के इस दावे के बारे में पूछा गया कि भाजपा राष्ट्रीय राजधानी में राष्ट्रपति शासन लगाना चाहती है, उन्होंने कहा, 'मैं कहना चाहता हूं कि आपके पास लगभग 60 विधायक हैं, समस्या क्या है, नया सीएम आप तय कर सकते हैं. उनकी क्या मजबूरी है, उन्हें भ्रष्ट सीएम की जरूरत क्यों है.'
तिहाड़ जेल पर आप के आरोपों पर बीजेपी नेता ने कहा, कभी-कभी कैदी तय करता है कि उसे किससे मिलना है या नहीं. सीएम को विकल्प दिया गया था कि वह किससे मिलना चाहते हैं, लेकिन वह संजय सिंह से नहीं मिलना चाहते क्योंकि सीएम पद को लेकर पार्टी में गुटबाजी है.