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मनोज तिवारी ने बुलाई कोर कमेटी की बैठक, बताया मैं हूं दिल्ली बीजेपी का बॉस!

तिवारी ये जताने की कोशिश कर रहे हैं कि संगठन में उनके अनुभव की कमी को लेकर कोई गलतफहमी में न रहे. दरअसल, यूपी चुनाव में व्यस्त रहने के दौरान दिल्ली बीजेपी के कुछ नेताओं ने कोर ग्रुप बनाकर एमसीडी चुनाव के लिए उम्मीदवार चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी थी. इस बात से तिवारी नाराज़ हो गए और उन्होंने तुरंत ही पार्टी की असली कोर कमेटी की बैठक बुलाई.

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दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी

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दिल्ली बीजेपी में अंदरुनी कलह और आपसी तनातनी की खबरों के बीच बीती रात मनोज तिवारी ने ये जताया कि दिल्ली में बीजेपी का बॉस कौन है. अशोका रोड पर मनोज तिवारी ने पार्टी की कोर कमेटी की बैठक बुलाई और उसमें चुनिंदा नेताओं को बुलाया गया. दिल्ली की सभी सांसद और दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्षों को इस बैठक में बुलाया गया.

हालांकि प्रदेश बीजेपी के दूसरे नेताओं को इस बैठक से दूर रखा गया. जिससे ये माना जा रहा है कि तिवारी ये जताने की कोशिश कर रहे हैं कि संगठन में उनके अनुभव की कमी को लेकर कोई गलतफहमी में न रहे. दरअसल, यूपी चुनाव में व्यस्त रहने के दौरान दिल्ली बीजेपी के कुछ नेताओं ने कोर ग्रुप बनाकर एमसीडी चुनाव के लिए उम्मीदवार चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी थी. इस बात से तिवारी नाराज़ हो गए और उन्होंने तुरंत ही पार्टी की असली कोर कमेटी की बैठक बुलाई. जिसमें कथित कोर ग्रुप के नेताओं को नहीं बुलाकर और ये जता दिया गया कि फैसला लेने और उसे लागू करने के लिए अध्यक्ष को दरकिनार नहीं किया जा सकता.

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दिल्ली की राजनीति पर पैनी नज़र
मीटिंग के बाद दिल्ली आज तक से खास बातचीत में मनोज तिवारी ने कहा कि वो चुनाव प्रचार के लिए दिल्ली से दूर ज़रूर हैं, लेकिन दिल्ली से अलग नहीं है. वो दिल्ली की राजनीति पर पैनी नज़र रखे हुए हैं. झुग्गियों में जाकर लोगों की शिकायतें और समस्याओं को सुन रहे हैं. इसीलिए पार्टी में झगड़े की खबरें आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के लोग फैला रहे हैं.

तिवारी ने कोर कमेटी की बैठक बुलाने के पीछे दलील दी कि पार्टी में लंबे वक्त से कमेटी की बैठक नहीं हुई थी और कई तरह की कमेटियों के ज़रिए काम हो रहा था. इसलिए हमने असली कोर कमेटी जिसमें 13 सदस्य हैं, उसकी बैठक बुलाई. सभी सदस्य मीटिंग में आए. राष्ट्रीय संगठन मंत्री रामलाल भी इस बैठक में मौजूद थे.

हालांकि तिवारी श्याम जाजू की रोज़मर्रा के कामकाज में दखलंदाज़ी के सवाल को टाल गए, लेकिन उन्होंने कहा कि जिसको मीटिंग में आना चाहिए था, उसे ही बुलाया गया. तिवारी ने कहा कि इस बैठक में न सिर्फ एमसीडी चुनाव से जुड़ी रणनीति बनाई गई, बल्कि आम आदमी पार्टी के घोटालों की पोल खोलने की भी चर्चा हुई.

लेकिन सवाल यही है कि मनोज तिवारी को देर रात कोर कमेटी की बैठक बुलाने की ज़रूरत क्यों पड़ी. कहीं ऐसा तो नहीं कि दरकिनार किए जाने की कोशिश के बाद अब मनोज तिवारी ये जताना और बताना चाहते हैं कि दिल्ली में पार्टी के बॉस अब वही हैं और पार्टी में उनकी मर्ज़ी चलेगी.

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