किताबों के शौकीनों के लिए दिल्ली के प्रगति मैदान में शुक्रवार 23 अगस्त से पुस्तक मेला शुरू हो गया है. देश की राजधानी में आयोजित यह मेला पुस्तक प्रेमियों, प्रकाशकों और वितरकों के बीच लोकप्रिय है और दिल्ली पुस्तक मेले का यह 19वां संस्करण 31 अगस्त तक चलेगा.
फेडरेशन ऑफ इंडियन पब्लिशर्स (एफआईपी) इंडिया ट्रेड प्रमोशन आर्गनाइजेशन (आईटीपीओ) के द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस साल दिल्ली पुस्तक मेले की थीम ‘पुस्तकालय और पाठक’ (लाइब्रेरी और रीडरशिप) रखा गया है. इस किताबों की हाट में तकरीबन 250 प्रतिभागी शिरकत कर रहे हैं. मेले के आयोजन से पहले एफआईपी के अध्यक्ष सुधीर मलहोत्रा ने बताया कि पुस्तक मेले में अमेरिका, ईरान और यूरोपीय देशों के प्रतिभागी भाग लेंगे.
चीन में पुस्तकालय आंदोलन के संबंध में सूचना देने के लिए वहां का सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भाग लेगा. मलहोत्रा ने कहा कि बीते एक दशक से पाकिस्तान हमेशा सक्रिय भागीदार रहा है. लेकिन इस साल वीजा को लेकर कुछ समस्या आ रही है. हमने अपनी तरफ से सभी औपचारिकतायें पूरी कर दी हैं और दोनों देशों के मंत्रालयों को आगे का निर्णय करना है.
इस वक्त देश में नौ हजार पुस्तकालय हैं और सरकार इनके आधुनिकीकरण एवं डिजटलाइजेशन के लिए काम कर रही है. राष्ट्रीय ज्ञान आयोग द्वारा दी गयी रिपोर्ट के आधार पर राष्ट्रीय पुस्तकालय मिशन (एनएमएल) स्थापित किया गया है. उन्होंने बताया कि पुस्तक प्रदर्शनी के लिए 500 से अधिक स्टाल बनाये गये हैं. प्रवेश शुल्क बड़ों के लिए 20 रुपये और बच्चों एवं छात्रों के लिए 10 रुपये रखा गया है.