दिल्ली का बजट 25 मार्च को विधानसभा में पेश किया जाना है, और इससे पहले सीएम रेखा गुप्ता ने इसकी रूपरेखा बताई है. उन्होंने इस बचट को "विकसित दिल्ली बजट" करार दिया और बताया कि इसका मुख्य उद्देश्य महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण, बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं, इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार, प्रदूषण और जलभराव की समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करना होगा.
दिल्ली विधानसभा का बजट सत्र 24 से 28 मार्च तक चलेगा, जिसमें 25 मार्च को बजट पेश किया जाएगा. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बताया कि बजट तैयार करने के लिए दिल्ली सरकार ने समाज के कई वर्गों से सलाह-मशविरा किया है. सीएम ने बताया कि पेशेवरों सहित विभिन्न वर्गों के लोगों से ईमेल के माध्यम से 3,303 सुझाव और व्हाट्सएप से 6,982 सुझाव मिले.
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"खीर" समारोह के साथ होगी बजट सत्र की शुरुआत
रेखा गुप्ता ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि बजट सत्र की शुरुआत सोमवार को "खीर" समारोह के साथ होगी. बजट का ध्यान लोगों की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने पर होगा और रोजगार सृजन के लिए भी प्रावधान होंगे. उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "विकसित दिल्ली" के सपने को पूरा करने में सुनिश्चित होगी.
"विकसित दिल्ली संकल्प पत्र" के आधार पर बनाया गया बजट
सीएम ने कहा कि यह बजट जनता का बजट होगा, जिसके लिए महिलाओं, व्यापारियों, औद्योगिक संगठनों, किसानों, विधायकों, सांसदों, युवाओं, झुग्गीवासियों और प्रभावशाली लोगों के साथ विचार-विमर्श किया गया है. उन्होंने कहा, "यह बजट वास्तव में जनता का बजट होगा. जनता से प्राप्त सुझाव और विचार स्पष्ट करते हैं कि वे सरकार के साथ दिल्ली को विश्वस्तरीय राजधानी बनाने के मिशन में जुड़े हैं."
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मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि नई सरकार के गठन के बाद से उनका एकमात्र लक्ष्य दिल्ली को एक आधुनिक और विकसित शहर बनाना रहा है, जो बीजेपी के "विकसित दिल्ली संकल्प पत्र" में वादों का पालन करता है.