दिल्ली के बजट को भले सीएम अरविंद केजरीवाल और पेश करने वाले डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया जनता का बजट बता रहे हों. लेकिन वाकई ऐसा दिखाई नहीं देता है. दरअसल जिस बजट को बिना टैक्स वाला बजट बताया जा रहा है, उसमें आम आदमी के जरूरत की लगभग सभी चीजें महंगी हो जाएंगी.
जरूरी सामान हो जाएगा महंगा
अब दिल्ली में दूसरे राज्यों से माल लेकर आने वाले मालवाहक वाहनों को 100 रुपये से लेकर 1500 रुपये तक टैक्स के तौर पर चुकाने होंगे. दिल्ली के पास अपना कुछ है नहीं. यानी चावल, दाल, तेल, फल, सब्जी और यहां तक कि दूध भी 1 जुलाई से महंगा होने की उम्मीद है. अगर सारा सामान भी महज एक रुपये किलो महंगा हुआ तो आपके बजट पर इसका मासिक असर हजारों रुपये के हिसाब से होगा.
सिनेमा देखना महंगा
दिल्ली में अब मनोरंज टैक्स 20 फीसदी से दोगुना करके 40 फीसदी कर दिया गया है. अगर दिल्ली में 500 रुपये का टिकट था तो उसमें अब तक एंरटेनमेंट टैक्स 100 रुपये था जो कि अब हर टिकट पर 100 रुपये और बढ़ जाएगा. यानी पांच लोगों का परिवार अगर मूवी देखना निकला तो सीधे 500 रुपये की चपत लगेगी. महीने भर में चार बार फिल्म देखने निकले तो 2000 रुपये का अतिरिक्त बजट.
बात बस इतने पर ही खत्म नहीं हो रही है. बाहर मूवी नहीं देखें तो घर पर केबल या डीटीएच देख लेंगे. लेकिन अब हर केबल कनेक्शन के लिए हर महीने 40 रुपये और देने होंगे. अगर घर में दो कनेक्शन है तो 80 रुपये महीने का केबल बिल बढ़ जाएगा.
जमीन हो जाएगी महंगी
बजट में खेती की जमीन के सर्किल रेट बढ़ाने का भी प्रस्ताव है, जिसके बाद जमीनों के दाम और आसमान छूने लगेंगे. पूर्वी दिल्ली में सर्किल रेट 1 करोड़ रुपये प्रति एकड़ किए जाने का प्रस्ताव है.
जिम और होटल जाना भी हो जाएगा महंगा
अगली बात लग्जरी टैक्स की. लग्जरी टैक्स के दायरे में शादी-विवाह का पंडाल, जिम, सितारा होटल और क्लब आते हैं. यहां टैक्स 10 से बढ़ाकर 15 फीसदी किया गया है यानी सीधे डेढ़ गुना. तो समझ लीजिए कि सेहत बनाने से लेकर शादी और घर में कोई उत्सव तक करना काफी महंगा पड़ेगा.
फर्नीचर होगा सस्ता
केजरीवाल सरकार ने इस बजट में लकड़ी पर लगने वाला वैट 12 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी कर दिया है, जिससे दिल्ली में लकड़ी और फर्नीचर के दाम कम हो जाएंगे.