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बजट में केजरीवाल से महिलाओं की उम्मीद, सस्ती चीजों के साथ, सुरक्षा की आस

उम्मीद की जा रही है कि इस बार 8 मार्च को दोपहर 12 बजे तक केजरीवाल सरकार दिल्ली का बजट पेश कर सकती है. ऐसे में आजतक ने दिल्ली की कुछ गृहिणियों से बात करके बजट से उनकी उम्मीदें जानने की कोशिश की.

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दिल्ली विधानसभा (प्रतीकात्मक तस्वीर)
दिल्ली विधानसभा (प्रतीकात्मक तस्वीर)

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हर घर का एक निर्धारित बजट होता है. अब ऐसे में जब दिल्ली का बजट आता है तो सबको कुछ न कुछ उम्मीदें भी होती हैं. गृहणी जो अपने किचन का बजट बनाती है उसके लिए सरकार का बजट बहुत ही अहम होता है. उम्मीद की जा रही है कि इस बार 8 मार्च को दोपहर 12 बजे तक केजरीवाल सरकार दिल्ली का बजट पेश कर सकती है. ऐसे में आजतक ने दिल्ली की कुछ गृहिणियों से बात करके बजट से उनकी उम्मीदें जानने की कोशिश की.

कृष्णा नगर में रहने वाली सोनिया 4 सदस्यों का परिवार चालाती हैं. इस बजट में वे केजरीवाल सरकार से वैट में कटौती चाहती हैं. सोनिया कहती हैं कि वैट बढ़ने से बाहर खाना, मूवी देखना, कपड़े खरीदना आदि सब महंगा हो जाता है. अब ऐसे में हमें अपने किचन बजट में कटौती करके ही ये सारे शौक पूरे करने पड़ते हैं.

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इसके अलावा 2 बेटियों की मां होने के नाते सोनिया इस बजट में महिला सुरक्षा पर भी जमीनी तौर पर कुछ देखना चाहती हैं. केजरीवाल सरकार का ये तीसरा बजट है लेकिन आज भी सोनिया को अपनी बेटियों की सुरक्षा की चिंता रहती है. सोनिया उम्मीद कर रही हैं कि इस बजट में सरकार इस बड़े मुद्दे पर भी कुछ खर्च करेगी.

गांधीनगर की एक अन्य गृहणी अनु भी 5 सदस्यों का परिवार चलाती हैं. अनु ने बताया कि इन्हें 20000 में पूरे महीने का किचन बजट संभालना होता है जिसमें से 4000 सिर्फ दूध का बिल आता है. अनु चाहती हैं क़ि कम से कम ये सरकार जनता के लिए सस्ता दूध मुहैया करवा दे. दूध एक घर की बेसिक जरूरत है और दिन-ब-दिन महंगा होता दूध घर का बजट हिला देता है.

इसके अलावा गृहिणियों ने कॉसमैटिक प्रोडक्ट्स को भी सस्ता करने की गुहार लगाई है. सरकार से महिलाओं की इतनी ही ख्वाहिशें हैं. जाहिर है केजरीवाल सरकार बजट पेश करते समय महिलाओं और खास तौर पर गृहणियों का ध्यान रखेगी.

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