दो करोड़ की आबादी वाली दिल्ली में एक करोड़ गाडियां हैं. ऐसे में पार्किंग यहां सबसे बड़ी समस्या बनकर सामने आती है. लोग जब गाड़ियां लेकर घर से निकलते हैं, तो उनके लिए सबसे बड़ी मुसीबत गाड़ी की पार्किंग ही होती है.
नई दिल्ली नगर पालिका यानी एनडीएमसी ने कनॉट प्लेस को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करना शुरू कर दिया है. इसके लिए सबसे पहले कनॉट प्लेस के अंदर पार्किंग व्यवस्था को सुधारा जा रहा है.
पर्यटकों की सुविधा के लिए स्मार्ट पार्किंग के रूप में विकसित किया जा रहा है. इसके तहत सेंसर से पार्किंग स्पॉट तय होगा, ऑटोमैटिक स्लिप में दर्ज होगा कि गाड़ी कहां पार्क होगी.
कनॉट प्लेस पार्किंग में बाकायदा विदेशों की तर्ज पर अब पार्किंग अटेंडेंट आपको यूनिफार्म में नज़र आएंगे. जब आप सीपी में गाड़ी खड़ी करने पार्किंग में जाएंगे तो आपको कंप्यूटराइज्ड मशीन से बिल मिलेगा.
पार्किंग में गाड़ी खड़ी करने के समय के हिसाब से आपको पेमेंट करनी होगी.
इसके साथ पार्किंग में गाड़ी खड़ी करने के लिए बॉक्स और एरो बनाए गए हैं, जहां आप उसी बॉक्स में गाड़ी खड़ी करेंगे. इसके साथ ही वहां पार्किंग अटेंडेंट मौजूद रहेंगे ताकि कोई असुविधा न हो.
ये व्यवस्था फिलहाल शुरू हो गई है और इसे लेकर सीपी आने वाले लोग काफी खुश हैं. सीपी में इस व्यवस्था के शुरू होने पर यहां के व्यापारियों का कहना है कि स्मार्ट पार्किंग की वजह से अब ज्यादा पर्यटक और ग्रहक यहां आने लगे हैं. जिसकी वजह से कारोबार बढ़ने लगा है.
पार्किंग निदेशक संजय कालरा का कहना है कि सीपी में दोबारा स्मार्ट पार्किंग बनाए जाने के बाद लोगों को आशा है कि जल्द ही ये सिस्टम पूरी दिल्ली में लागू कर दिया जाए तो इससे लोगों को काफी राहत मिलेगी.