सीसीटीवी के मुद्दे पर एलजी दफ़्तर पर धरने के बाद अरविंद केजरीवाल के विधायक अब सीधे जनता के बीच पहुंचे हैं. बुधवार को आम आदमी पार्टी की विधायक अलका लांबा चांदनी चौक विधानसभा में महिलाओं से संवाद करने पहुंची. 'आप' विधायक ने जनता से संवाद के दौरान सीसीटीवी ना लगने की वजह से इलाके में बढ़ने वाले क्राइम पर चर्चा की. साथ ही एलजी पर जमकर निशाना साधा.
जनता से संवाद के बाद अलका लांबा ने 'आजतक' से खास बातचीत करते हुए कहा कि चांदनी चौक विधानसभा की महिलाएं बताती हैं कि उन्हें बहुत डर लगता है और वो बेहद असुरक्षित महसूस करती हैं. देश में माहौल ऐसा है कि कभी भी अपराध हो जाता है और अपराधी पकड़े नहीं जाते हैं. दिल्ली में सीसीटीवी कैमरे 1 मार्च से लगने थे ऐसे में इलाके की महिलाएं रोज पूछती हैं कि सीसीटीवी के वादे का क्या हुआ.
अलका लांबा ने बताया कि वो अपनी विधानसभा की जनता को बताने आई हैं कि केजरीवाल सरकार ने सीसीटीवी कैमरे लगाने का प्रोजेक्ट पास कर दिया था. लेकिन एलजी ने बीजेपी और कांग्रेस के दवाब में एक कमेटी बनाकर अड़ंगा लगा दिया. हालांकि धरने की बजाय एलजी के साथ बैठकर समस्या का समाधान निकालने के सवाल पर अलका लांबा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के साथ पूरी कैबिनेट और विधायक मिलने गए थे, लेकिन उपराज्यपाल ने मुलाकात नहीं की.
महिलाओं की सुरक्षा के साथ खिलवाड़
उन्होंने आरोप लगाया कि चुने हुए विधायकों से मिलने से इनकार कर रहे उपराज्यपाल अपनी कुर्सी बचाने के लिए महिलाओं की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. संवाद के दौरान महिलाओं ने अलका लांबा को बताया कि घरों में छोटी बच्चियों की वजह से बाहर जाने में ज्यादा डर लगता है. महिलाओं ने आगे बताया कि स्कूल के नज़दीक लड़के खड़े रहते हैं. छेड़छाड़ का डर है इसलिए इलाके में सीसीटीवी लगना ज़रूरी है.
बता दें कि सोमवार को सीसीटीवी पर एलजी की कमेटी के खिलाफ खुद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने तमाम मंत्रियों और विधायकों के साथ सीएम आवास से एलजी दफ़्तर तक पैदल मार्च किया था. केजरीवाल ने एलजी दफ़्तर के बाहर 3 घंटे तक धरना दिया था. धरना ख़त्म करने के पहले केजरीवाल ने एलजी को जमकर कोसा.
उन्होंने कहा कि दिल्ली में कानून व्यवस्था ख़त्म हो चुकी है. क्राइम से लेकर महिलाओं से छेड़छाड़ की घटना बेहद बढ़ गई हैं. एलजी दफ़्तर कानून व्यवस्था देने में नाकाम रहा. केजरीवाल ने एलजी की कमेटी को असंवैधानिक बताया. उन्होंने कहा कि दिल्ली में महिलाओं और RWA के कहने पर कैमरे लगेंगे, ना कि एलजी साहब की कमेटी के हिसाब से.