दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गोवा में वोट और पैसे पर दिए बयान पर चुनाव आयोग की कड़ी फटकार के बाद मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी को लिखित जवाब दिया. केजरीवाल ने कहा कि उन पर जो वोट के बदले रिश्वत लेने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने का आरोप लगाया है, वो निराधार है. वे रिश्वतखोरी को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं.
चुनाव में बंद होगा पैसे का चलन
केजरीवाल का कहना है कि उनका बयान नोट के बदले वोट देने की कोशिशों को नाकाम करने के लिए है. अगर लोग पैसे बांटने वाली पार्टियों से पैसे लेकर भी वोट नहीं देंगे तो खुद ब खुद राजनीतिक दल पैसे बांटना बंद कर देंगे और इस तरह से चुनावों में पैसे का चलन रोकने में भी
सफलता मिलेगी.
रिश्वतखोरी के खिलाफ AAP की लड़ाई
AAP मुखिया ने लिखा, ' पूरा देश जानता है कि आम आदमी पार्टी का जन्म ही भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ी जा रही लड़ाई से हुआ है और रिश्वतखोरी का खात्मा हमारा लक्ष्य है. मैं अपनी हर चुनावी सभा में में कहता हूं- दूसरी पार्टी वाले पैसे देंगे, ले लेना. लेकिन वोट झाड़ू को देना.'
EC का ब्रांड ऐम्बैसडर बनने की बात
केजरीवाल ने कहा कि अगर उनके बयान को चुनाव आयोग अपना ले, तो दो साल में पार्टियां पैसे बांटना बंद कर देंगी. AAP मुखिया ने बोला कि आयोग को उन्हें अपना ब्रांड ऐम्बैसडर बना लेना चाहिए.
My letter to Chief Election Commissioner. There ought to be a public debate on this issue pic.twitter.com/bpBA4iwGPw
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) January 23, 2017
चुनाव आयोग ने केजरीवाल को गोवा में 'रिश्वत' संबंधी टिप्पणी के लिए कड़ी फटकार लगाई थी. इतना ही नहीं, आयोग ने केजरीवाल को भविष्य में ऐसा दोबारा करने पर उनकी पार्टी की मान्यता निलंबित या खत्म करने तक की कार्रवाई की चेतावनी दी थी.