आजतक के 'ऑपरेशन केजरीवाल' से सियासी हलकों और नौकरशाहों के बीच खलबली मच गई है. दिल्ली के सीएम की कुर्सी संभालने जा रहे अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि जब तक सरकार नहीं बन जाती, तब तक फाइलें संभालने की जिम्मेदारी चीफ सेक्रेटरी की है.
अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि पहले तो ऐसी अफवाहें सुनने को मिल रही थीं कि सचिवालय की फाइलें फाड़ी जा रही हैं, पर एक चैनल पर जब यह दिखा, तो लगता है कि बहुत गड़बड़ है. उन्होंने चेतावनी अथवा नसीहत देने वाले लहजे में कहा कि चीफ सेक्रेटरी अपनी जिम्मेदारी समझें.
गौरतलब है कि दिल्ली सचिवालय के भीतर गड़बड़झाले पर आजतक के स्टिंग ऑपरेशन के बाद भ्रष्ट अधिकारियों की धुकधुकी बढ़ी हुई है. आजतक के खुफिया कैमरे ने इस सच को बेनकाब किया है कि कैसे दिल्ली जल बोर्ड से लेकर दूसरे महकमों तक भ्रष्टाचार फैला हुआ है और किस तरह शीला दीक्षित सरकार में आला मंत्री के अफसर ऑफिस में फाइल से दस्तावेजों को फाड़ रहे हैं.
सीएनजी और पीएनजी के दामों में बढ़ोतरी पर केजरीवाल ने सवाल खड़ा किया कि अभी इसकी क्या जल्दी थी? उन्होंने कहा, '2 दिन रुक ही जाते...' उन्होंने कहा कि वे इस बारे में पूरी जानकारी लेंगे कि दाम किस आधार पर बढ़ाए गए और क्या इसकी कोई जरूरत थी. दिल्ली और एनसीआर में सीएनजी के दाम में 4.50/kg और पीएनजी के दाम 5.15/kg का इजाफा किया गया है.
केजरीवाल ने ऑटो चालकों से अपील की कि दाम बढ़ाए जाने के खिलाफ वे हड़ताल पर न जाएं. उन्होंने ऑटो चालकों से 2 दिनों का वक्त मांगा.
लोकसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर पूछे जाने पर केजरीवाल ने कहा कि अभी आम चुनाव का लेखा-जोखा तैयार नहीं किया गया है. चुनाव के नतीजों के बारे में केजरीवाल ने कहा, जनता की छड़ी, सबसे बड़ी छड़ी होती है.