दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पंजाब और हरियाणा सरकार से अपील की है कि प्रदूषण के खिलाफ ठोस कदम उठाएं और दिल्ली को गैस चैम्बर बनने से बचाएं. केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार हर स्तर पर प्रदूषण पर काबू पाने की पूरी कोशिश कर रही है. दरअसल दिवाली की अगली सुबह राजधानी दिल्ली मानो गैस चैंबर बन गई थी. दिल्ली के कई इलाकों में रविवार की रात को हवा की गुणवत्ता अत्यधिक खराब होकर 999 तक पहुंच गई थी. जबकि शुद्ध हवा की गुणवत्ता मात्र 60 है. दिल्ली में प्रदूषण की बड़ी वजह हरियाणा और पंजाब में पराली जलाने को भी माना जा रहा है.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इंडिया टुडे टीवी के न्यूज डायरेक्टर राहुल कंवल के एक ट्वीट को री-ट्वीट करते हुए यह बात कही. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, दिल्लीवासियों की ओर से मेरी पंजाब-हरियाणा की सरकारों से हाथ जोड़कर अपील है कि तुरंत कुछ ठोस कदम उठाएं और दिल्ली को गैस चेम्बर बनने से बचाएं. अपने स्तर पर हम हर संभव प्रयास कर रहे हैं और करते रहेंगे.
दिल्ली वसियों की ओर से मेरी पंजाब हरियाणा की सरकारों से हाथ जोड़ कर अपील है कि तुरंत कुछ ठोस क़दम उठायें और दिल्ली को गैस चेम्बर बनने से बचायें।
हमारे स्तर पर हम हर सम्भव प्रयास कर रहे हैं और करते रहेंगे। https://t.co/Tlylgzo334
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) October 29, 2019
...इसलिए गैस चैंबर बनी दिल्ली, दिवाली से एक दिन पहले पराली जलाने की 1200 घटनाएं
रविवार रात 11 बजे के आसपास आर के पुरम, जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम, पटपड़गंज, सत्यवती कॉलेज में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) अधिकतम 999 के स्तर पर पहुंच गया था, जो कि हवा की शुद्ध गुणवत्ता से 16 गुना ज्यादा है. भारत में 999 के पार हवा की गुणवत्ता को रिकॉर्ड करना फिलहाल मुमकिन नहीं है.
अक्टूबर में पहले से ही बढ़ चुका था प्रदूषण, दिवाली पर सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंचा
AQI से हवा में मौजूद PM2.5, PM10, सल्फर डाई ऑक्साइड और अन्य पॉल्यूटेंट पार्टिकल्स के कंसन्ट्रेशन लेवल का पता चलता है. दिल्ली सरकार ने राजधानी की जहरीली होती हवा के लिए उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं पर ठीकरा फोड़ा है. वहीं पाकिस्तान में भी पराली जलाई जा रही है, जिससे पंजाब की आबो हवा खराब हो रही है.