राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस पर नियंत्रण को लेकर सूबे के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि दिल्ली में कोरोना वायरस की तीसरी लहर खात्मे की कगार पर है या फिर खत्म हो चुकी है. दिल्ली में कोरोना नियंत्रण के प्रबंधन को लेकर उन्होंने कहा कि देश ही नहीं दुनिया में यहां (दिल्ली) एक दिन के सबसे ज्यादा मामले थे. लेकिन दिल्ली के लोगों ने दिल्ली सरकार के साथ मिलकर इसपर काबू पाया.
उन्होंने विदेशों से दिल्ली की तुलना करते हुए कहा कि इससे पहले न्यूयॉर्क में 6300 मामले सामने आए थे और वहां मरीज कॉरिडोर में पड़े थे, पर जिस दिन दिल्ली में 8600 मामले सामने आए थे, उस दिन हमारे अस्पताल में 7 हजार बेड खाली थे.
उन्होंने कहा कि आज की रिपोर्ट में 1133 मरीज हैं. पहले, जब हम 100 लोगों का टेस्ट करते थे, तो 15 पॉजिटिव मिलते थे, लेकिन आज जब हम टेस्ट करते है तो पॉजिटिविटी रेट 1.3 फीसदी है. आज हमने 87 हजार टेस्ट किए हैं.
राजधानी दिल्ली में बढ़ाई गई टेस्टिंग की तारीफ में अरविंद केजरीवाल ने कहा, ''एक समय दिल्ली में 45 हजार एक्टिव मरीज थे, लेकिन आज 12000 के करीब एक्टिव मरीज हैं. वहीं 19 नवंबर को 131 लोगों की मौत हुई थी, जो अब घटकर 37 हो गई है.
20 अगस्त तक हम हर दिन 20 हजार टेस्ट करते थे, लेकिन दूसरी लहर के बाद 60 हजार टेस्ट होने लगे और अभी के समय लगभग 90 हजार टेस्ट हर दिन हो रहे हैं.'' उन्होंने आगे कहा कि, '' आज दिल्ली में हर 10 लाख की आबादी पर साढ़े 4 हजार टेस्ट हो रहे है. यह आंकड़ा गुजरात में 800 और यूपी में लगभग 600 है, वहीं विदेश की बात करें, तो अमेरिका में 4300 लेकिन इंग्लैंड में केवल हमसे ज्यादा, 4800 टेस्ट प्रति 1 लाख की आबादी पर हो रहे हैं. ''
When COVID cases started increasing here, some told me that no. of tests should be decreased or commit fraud in testing. Similar fraud was being committed at other places to show lower no. of cases. I instructed doctors/officers that lives of people is most important: Delhi CM pic.twitter.com/VX1yUFOMAU
— ANI (@ANI) December 19, 2020
उन्होंने अन्य राज्यों में कोरोना जांच को लेकर धांधली का आरोप लगाते हुए कहा कि कई जगह गलत टेस्ट हो रहे हैं. एक ही डॉक्टर अपने ही नाक में किट डाल कर फर्जी टेस्ट कर रहे हैं, ताकि पॉजिटिव लोग के नंबर कम किए जा सकें. लेकिन हमारे लिए नंबर जरूरी नहीं, लोगों की जान जरूरी है. दिल्ली का एक-एक टेस्ट सच है. कोई गड़बड़ नहीं है. नवम्बर में एक समय 9 हजार बेड पर मरीज थे, लेकिन उस समय भी 7 हजार बेड खाली थे. लेकिन अब ऐसा लगता है, जैसे हमने तीसरी लहर पर भी काबू पा लिया है.
उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली ने होम आइसोलेशन का मॉडल दिया. जब दूसरे देशों में अस्पतालों के गलियारे में मरीज पड़े थे, तब होम आइसोलेशन की तकनीक दिल्ली ने दी.कोरोना वॉरियर्स की मृत्यु पर हमने एक करोड़ रुपए की अनुदान राशि देने की शुरुआत की.
मैं दिल्ली के लोगों का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं. सभी कोरोना वॉरियर्स का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं. सीएम ने केंद्र सरकार का भी धन्यवाद किया और कहा कि केंद्र ने बढ़-चढ़ कर हमारा साथ दिया, लेकिन जब तक कोरोना की दवाई नहीं आ जाती है, तब तक इसे हल्के में नहीं ले सकते. अभी भी हम लोगों को निश्चिंत नहीं होना है.