विपश्यना से आने के बाद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने बड़ी घोषणा की है. शराब की बिक्री का लाइसेंस देने का आरोप झेल रहे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया है कि सरकार अब इस साल शराब का लाइसेंस नहीं देगी.
दरअसल आरटीआई से मिली जानकारी के बाद लगातार पुराने सहयोगियों के अलावा बीजेपी और कांग्रेस केजरीवाल पर निशाना साध रहे थे. यहां तक कि पूर्व सहयोगी प्रशांत भूषण ने ट्वीट करके कहा था कि जब से केजरीवाल मुख्यमंत्री बने हैं, तब से 72 नई दुकानों को शराब का लाइसेंस दिया गया है.
इस मुद्दे पर लगातार हो रही किरकिरी के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ये अहम फैसला लिया. केजरीवाल ने ये भी ऐलान किया कि अब किसी भी क्षेत्र में खुले शराब की दुकानों को लोग हटा सकते हैं.
इसके लिए कम से कम 15 प्रतिशत लोगों की सहमति होनी चाहिए. अब लोग मोहल्ला सभा के जरिए अपने फैसले खुद कर सकते हैं. इसके लिए 15 प्रतिशत लोगों की सहमति होनी चाहिए जिसमें 33 प्रतिशत महिलाएं होनी चाहिए. इसके बाद दिल्ली सरकार उस शराब की दुकान को किसी और जगह पर शिफ्ट कर देगी.