सॉफ्ट हिंदुत्व की राह पर चल रहे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बवाना स्थित उत्तर भारत की सबसे बड़ी और मॉडल गौशाला श्री कृष्ण गौशाला का औचक निरीक्षण किया. करीब 37 एकड़ में फैली इस गौशाला की ई-रिक्शा में बैठकर परिक्रमा करने के बाद मुख्यमंत्री केजरीवाल ने गौ पूजन किया और फिर गौशाला प्रबंधन से बातचीत करने पहुंचे ही थे कि उन्होंने एमसीडी के बकाया 17 करोड़ 73 लाख रुपये दिलवाने की पेशकश कर डाली.
एमसीडी के इस मांग पर केजरीवाल ने कहा कि अफसरशाही किस तरह से काम करती है, आप लोग जानते ही होंगे. मुझसे काम करवाने के लिए एक हफ्ते में दो बार चक्कर काटना पड़ेगा. वहीं एमसीडी पर कटाक्ष करते हुए केजरीवाल ने कहा कि जो गायों की राजनीति करते हैं, उन्हें कम से कम चारे के लिए पैसे जरूर देने चाहिए. हालांकि दिल्ली सरकार के बकाया पैसों के बारे में जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने गौशाला प्रबंधन पर बात टाल दी. पिछले साल फरवरी 2018 से दिल्ली सरकार का करीब 4 करोड़ रुपये बकाया है जो गौशाला को दिया जाना है.
Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal visited Sri Krishna Gaushala in Bawana earlier today pic.twitter.com/bMJnY931Qp
— ANI (@ANI) January 11, 2019
श्री कृष्ण गौशाला के महाप्रबंधक राजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि गायों के पीने के लिए मीठे पानी के इंतजाम की गुजारिश की गई जिसे केजरीवाल ने स्वीकार कर लिया है. (फोटो-रामकिंकर सिंह)
इस गौशाला में बिना मिट्टी के चारा उगाया जाता है और इस खास तकनीक को हाइड्रोपोनिक फोडर प्लांट कहते हैं. यह काफी पौस्टिक आहार होता है जो 1 किलो चारा को करीब 8 किलो का बना देता है और वह भी 7 दिनों के अंदर. इस चारे में प्रोटीन की मात्रा काफी ज्यादा होती है.
वहीं गाय को खिलाने के लिए स्पेशल खाना जैसे लपसी बनती है इसमें आजवाइन, हल्दी, मेथी, तेल, गुड़, गेहूं, मक्का, दलिया आदि बनाया जाता है. गौशाला को अलग-अलग वार्ड में बांटा गया है, बछिया, बछड़ा, वेल ड्राई काऊ, मिल्क कॉउ बुल आदि जब भी एमसीडी आवारा पशुओं को पकड़ कर यहां लाती है तो उनको 7 दिन तक सेपरेट वार्ड में रखा जाता है जहां उनका वैक्सीनेशन किया जाता है उसके बाद उम्र और रंग के आधार पर अलग-अलग वार्ड में रखा जाता है.