
दिल्ली विधानसभा में कृषि बिल की कॉपी फाड़े जाने को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. बीजेपी आईटी सेल के अभिषेक दुबे ने सीएम केजरीवाल के खिलाफ संसद मार्ग थाने में शिकायत दर्ज कराई है. अभिषेक दुबे ने अरविंद केजरीवाल पर किसानों को भड़काने के उद्देश्य से बिल फाड़ने का आरोप लगाया है.
बता दें कि गुरुवार को दिल्ली विधानसभा के सत्र के दौरान अरविंद केजरीवाल ने कृषि बिल की कॉपी फाड़ी दी थी. उन्होंने कहा कि सरकार और कितनी जान लेगी? अब तक 20 से ज्यादा किसान इस आंदोलन में शहीद हो चुके हैं. एक-एक किसान भगत सिंह बनकर आंदोलन में बैठा है. सरकार अंग्रेजों से बदतर न बने.
अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में कहा कि सुप्रीम कोर्ट में हमारे वकील ने केंद्र सरकार को जिम्मेदार बताया है. कोरोना काल में क्यों ऑर्डिनेंस पास किया? पहली बार राज्यसभा में बिना वोटिंग के 3 बिल को कैसे पास कर दिया गया? सीएम ने कहा कि दिल्ली विधानसभा केंद्र के कृषि कानूनों को खारिज कर रही है. केंद्र सरकार कानून वापिस ले. दिल्ली विधानसभा में कृषि कानूनों को निरस्त करने का संकल्प पत्र स्वीकार कर लिया गया.
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कृषि कानूनों को लेकर दिल्ली विधानसभा में गुरुवार को एक दिन का विशेष सत्र बुलाया गया था. सत्र की शुरुआत होने पर मंत्री कैलाश गहलोत ने एक संकल्प पत्र पेश किया, जिसमें तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने की बात कही गई. इसके बाद हर वक्ता को बोलने के लिए पांच मिनट का वक्त दिया गया. इस दौरान आम आदमी पार्टी के विधायक महेंद्र गोयल, सोमनाथ भारती ने सदन में कृषि बिल की कॉपी को फाड़ा.
बीजेपी ने सीएम पर साधा निशाना
कृषि बिल की कॉपी फाड़ने पर बीजेपी ने अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा. पार्टी के सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि केजरीवाल ने बिल के टुकड़े नहीं किए, बल्कि किसानों के भविष्य के टुकड़े किए. अरविंद केजरीवाल टुकड़े करने में माहिर हैं. वहीं, बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने भी सीएम केजरीवाल पर हमला बोला.
उन्होंने कहा कि केंद्र के तीनों कृषि कानूनों को लेकर 23 नवंबर को दिल्ली गजेट में नोटिफाइड किया गया था. अब वे नोटिफाई के बाद दिल्ली विधानसभा में कॉपी की प्रतियां फाड़ रहे हैं. यह अवसरवादी राजनीति है. दिल्ली के सीएम गिरगिट है जो बिना गुण के रंग बदलते हैं.