अगले साल होने वाले राजधानी दिल्ली में निगम के चुनावों को लेकर सियासी पार्टियां जोर आजमाइश में जुट गई हैं. बीजेपी ने जहां 'झुग्गी सम्मान यात्रा' निकाली है तो वहीं कांग्रेस ने 'पोल खोल यात्रा' निकालने का फैसला लिया है. कांग्रेस अपनी इस यात्रा के जरिए बीजेपी और आम आदमी पार्टी को घेरने की कोशिश करेगी.
कांग्रेस की ये पोल खोल यात्रा 25 अक्टूबर से शुरू होगा जो 70 दिनों तक चलेगी. इस दौरान दिल्ली में 700 किलोमीटर का सफर करते हुए ये यात्रा सभी 70 विधानसभाओं और 272 वार्डों में जाएगी. दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल कुमार ने दावा करते हुए कहा कि नगर निगमों में भाजपा के 15 साल के शासन में सफाई कर्मचारियों, शिक्षकों, नर्सों, डॉक्टरों और कर्मचारियों को कई महीनों से वेतन नहीं मिला है.
उन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी और बीजेपी के नेता जेजे क्लस्टर्स, अनाधिकृत कॉलोनियों, पुनर्वास कॉलोनियों के लोगों से बड़े-बड़े वादे कर रहे हैं, कांग्रेस की पोल खोल यात्रा ऐस नेताओं के असली चेहरों को दिल्ली की जनता के सामने उजागर करेगी.
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कांग्रेस प्रवक्ता मुदित अग्रवाल ने कहा कि अरविंद केजरीवाल की सरकार ने उन सभी कोरोना योद्धाओं जो कोरोना ड्यूटी के दौरान मारे गए, जैसे सफाई कर्मचारियों, पैरामेडिक्स, नर्सों, डॉक्टरों आदि को एक-एक करोड़ रुपये के नकद पुरस्कार की घोषणा की लेकिन कुछ चुनिंदा लोगों को ही ऐसे पुरस्कार दिए गए. और यही हाल उन लोगों का भी था जिनकी मौत बिना मेडिकल ऑक्सीजन के हुई थी.
अनिल कुमार ने कहा कि भाजपा और आप सरकार के राज में दलितों, विशेषकर दलित महिलाओं और लड़कियों पर हमले और यौन हमले कई गुना बढ़ गए हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस जब 15 साल तक दिल्ली में सत्ता में थी, तो दिल्ली को दुनिया के सबसे अच्छे शहरों में से एक बनाने का सपना था.