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दिल्ली: कांग्रेस विधायक ने 5 महीने की सैलरी लौटाने का दिया प्रस्ताव

दिल्ली में फरवरी से विधानसभा भंग है. इसी को देखते हुए बादली से कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव ने अपनी पांच महीने की सैलरी लौटाने का दिल्ली सरकार को प्रस्ताव दिया है.देवेंद्र ने हाल ही में इस बाबत उपराज्यपाल नजीब जंग से मिलकर सैलरी लौटाने का प्रस्ताव दिया. देवेंद्र ने बताया, मैं उपराज्यपाल जंग के पास चैक लेकर गया था लेकिन जंग ने चैक स्वीकार करने से मना कर दिया और कहा कि यह चैक दिल्ली सरकार के चीफ सेक्रेटरी को लौटाना होगा. देवेंद्र ने गुरुवार को चीफ सेक्रेटरी से मिलने का वक्त लिया है.

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देवेंद्र यादव (फाइल फोटो)
देवेंद्र यादव (फाइल फोटो)

दिल्ली में फरवरी से विधानसभा भंग है. इसी को देखते हुए बादली से कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव ने अपनी पांच महीने की सैलरी लौटाने का दिल्ली सरकार को प्रस्ताव दिया है.

देवेंद्र ने हाल ही में इस बाबत उपराज्यपाल नजीब जंग से मिलकर सैलरी लौटाने का प्रस्ताव दिया. देवेंद्र ने बताया, मैं उपराज्यपाल जंग के पास चैक लेकर गया था लेकिन जंग ने चैक स्वीकार करने से मना कर दिया और कहा कि यह चैक दिल्ली सरकार के चीफ सेक्रेटरी को लौटाना होगा. देवेंद्र ने गुरुवार को चीफ सेक्रेटरी से मिलने का वक्त लिया है.

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देवेंद्र यादव ने सरकार को 2 लाख 66 हजार की राशि वापस की है. देवेंद्र ने इस रकम को राष्ट्रपति शासन लगने के बाद मिली कुल सैलरी बताया है. दिल्ली में सरकार बनाने या चुनाव कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने 5 अगस्त को केंद्र सरकार को 5 हफ्ते का वक्त दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने विधायकों के घर पर बैठे रहने और विधानसभा भंग होने की स्थिति में काम करने पर भी सवाल उठाया था.

यादव ने बताया, सुप्रीम कोर्ट के आदेश का सम्मान करते हुए मैंने सैलेरी लौटाने का फैसला किया है. हालांकि सभी विधायक अपने-अपने क्षेत्रों में काम कर रहे हैं. यह मेरा अपना फैसला है, इसके लिए मुझे पर किसी ने कोई दबाव नहीं बनाया. मैं तब तक सैलरी स्वीकार नहीं करूंगा, जब तक विधानसभा भंग है.

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यादव ने कहा, अगर कोई मेरी तरह सैलरी लौटाना चाहे तो वो लौटा सकते हैं. यादव ने आम आदमी पार्टी के विधायकों से भी सैलरी लौटाने के लिए कहा है.

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