देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना के मामले डराने लगे हैं. जिस रफ्तार से केस बढ़ने शुरू हुए हैं, एक और लहर की सुगबुगाहट तेज हो गई है. पिछले 24 घंटे में दिल्ली ने कोरोना के 923 नए मामले जोड़ लिए हैं. संक्रमण दर भी 1.29 प्रतिशत पर पहुंच गई है. मामले एक ही दिन में डबल से ज्यादा हो गए हैं. ऐसे में राजधानी जल्द ही नए पाबंदियां लगाई जा सकती हैं.
दिल्ली में बढ़ने वाली हैं पाबंदियां?
ग्रेडेड रेस्पॉन्स एक्शन प्लान पर नजर डालें तो अगर दिल्ली में लगातार दो दिन तक संक्रमण दर एक फीसदी से ज्यादा रहता है और एक हफ्ते में 3500 नए मामले सामने आ जाते हैं, ऐसे में अंबर अलर्ट लगा दिया जाएगा. अंबर अलर्ट के अंतर्गत सभी दुकानों को सिर्फ सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक खुलने की इजाजत रहेगी. अभी के लिए तो राजधानी पर येलो अलर्ट वाली पाबंदियां लगाई गई हैं.
लेकिन क्योंकि दिल्ली में कोरोना अब विस्फोटक हो गया है, ऐसे में अस्पतालों में बेड की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है. नॉर्थ दिल्ली नगर निगम में स्टैडिंग कमेटी के चेयरमैन जोगीराम जैन ने बताया कि निगम के बड़े हिंदू राव अस्पताल में 250 ऑक्सीजन बेड और 50 वेंटिलेटर बेड हैं तो वहीं दूसरे बड़े अस्पताल बालक राम में कंसंट्रेटर के साथ 100 बेड लगाए गए हैं. इसके अलावा ईस्ट दिल्ली नगर निगम के स्वामी दयानंद अस्पताल में 90 बेड हैं, ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र तैयार किया जा रहा है.
कितनी तैयार है दिल्ली?
इस समय दिल्ली के सबसे बड़े अस्पताल एलएनजेपी में भी ऑक्सीजन क्षमता को बढ़ा दिया गया है. जानकारी दी गई है कि एलएनजेपी ने अपनी क्षमता को 10 गुना बढ़ाया है. अब एलएनजेपी में 55 टन ऑक्सीजन बनती है. एलएनजेपी अस्पताल में 2000 बेड हैं, इनमें से 950 बेड आईसीयू के हैं जबकि बाकी के भी सभी बेड पर ऑक्सीजन सप्लाई दी गई है. वही पूरी दिल्ली की बात करें तो अब यहां 98 ऑक्सीजन प्लांट बनकर तैयार हैं. इनमें 83 एक्टिव मोड में हैं जबकि 15 प्लांट 15 जनवरी तक तैयार हो जाएंगे.