दिल्ली में कोरोना की वजह से स्थिति विस्फोटक बनी हुई है. लगातार मामलों में जबरदस्त बढ़ोतरी हो रही है और मरने वालों का आंकड़ा भी 200 पार कर चुका है. कोरोना से जारी इस जंग में दिल्ली ऑक्सीजन की कमी से जूझ रही है.
दिल्ली के सीएम से लेकर स्वास्थ्य मंत्री तक, सभी यही कह रहे हैं कि अस्पतालों में सिर्फ कुछ घंटों ही ऑक्सीजन बची है. इस बीच अब आजतक ने जमीनी हकीकत जानने के लिए दिल्ली के हर बड़े अस्पताल का रुख किया और वहां पर ऑक्सीजन की स्थिति का जायजा लिया.
दिल्ली में दोनों प्राइवेट और सरकारी अस्पताल में इस समय कोविड मरीजों का इलाज जारी है. डॉक्टरों के द्वारा बताया जा रहा है कि बेड और ऑक्सीजन की भारी किल्लत है. बुधवार सुबह 8 बजे तक की बात की जाए, तो कई अस्पतालों के पास ऑक्सीजन का स्टॉक खत्म होने जा रहा है. आंकड़े चिंता भी बढ़ाते और प्रशासन के दावों पर सवाल भी खड़े होते हैं.
दिल्ली में ऑक्सीजन की ग्राउंड रियलिटी
दिल्ली के 9 बड़े सरकारी अस्पतालों की बात करें तो वहां ऑक्सीजन 3 से 10 घंटे तक के लिए उपलब्ध बताई जा रही है. वो अस्पताल हैं-
-आचार्य भिक्षु हॉस्पिटल- 9 घंटे
- अंबेडकर नगर हॉस्पिटल- 24 घंटे
- बुराड़ी हॉस्पिटल- 10 घंटे
- दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल- 24 घंटे
- डॉ बाबा साहब अंबेडकर अस्पताल- 10 घंटे
- गुरु तेग बहादुर अस्पताल- 9 घंटे
- लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल- 12 घंटे
- राजीव गांधी हॉस्पिटल- 11 घंटे
- संजय गांधी हॉस्पिटल- 3 घंटे
निजी अस्पतालों की स्थिति भी उत्साह बढ़ाने वाली नहीं है. वहां भी ऑक्सीजन की भारी कमी देखने को मिल रही है और दर-दर भटकने को मजबूर हो रहे हैं मरीज. दिल्ली के 11 बड़े निजी अस्पतालों में कुछ दिनों का ऑक्सीजन स्टॉक बचा हुआ है. कई तो ऐसे भी अस्पताल हैं जहां पर सिर्फ पांच घटे के लायक ऑक्सजीन उपलब्ध है. वो अस्पताल हैं-
-बत्रा हॉस्पिटल, तुगलकाबाद- 9 घंटे
-बीएल कपूर हॉस्पिटल,पूसा रोड- 48 घंटे
- होली फैमिली हॉस्पिटल, ओखला- 9 घंटे
- इंद्रप्रस्थ अपोलो- 12 से 14 घंटे
-महाराजा अग्रसेन हॉस्पिटल- 24 घंटे
-मैक्स हॉस्पिटल, पटपड़गंज - 20 घंटे
-वेंकटेश्वर हॉस्पिटल- 5.5 घंटे
- श्री बालाजी एक्शन हॉस्पिटल- 36 घंटे
-सेंट स्टीफन हॉस्पिटल- 12 से 15 घंटे
-मैक्स हॉस्पिटल, शालीमार बाग - 9 घंटे
-गंगाराम हॉस्पिटल- 24 घंटे
दिल्ली में बेकाबू होता कोरोना
दिल्ली सरकार के मुताबिक मंगलवार रात को कुछ अस्पतालों में ऑक्सीजन की सप्लाई की गई है, लेकिन फिर भी जितनी डिमांड देखने को मिल रही है, उतनी आपूर्ति नहीं हो पा रही है. सीएम की तरफ से केंद्र से लगातार अपील की जा रही है कि वे दिल्ली में तुरंत ऑक्सीनज की सप्लाई करवाएं. वहीं अस्पताल में बेड बढ़ाने पर भी जोर दिया जा रहा है.
दावा किया जा रहा है कि इस 6 दिन के लॉकडाउन में दिल्ली के पास कई सारे बेड आ जाएंगे, ऐसे में तब अस्पतालों पर दवाब थोड़ा कम हो पाएगा. अभी की बात करें तो दिल्ली में स्थिति बद से बदतर हो रही है. पिछले 24 घंटे में 28 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आ गए हैं, वहीं 270 लोगों ने अपनी जान भी गंवा दी है.