फर्जी डिग्री मामले में फंसे दिल्ली के पूर्व मंत्री जितेंद्र तोमर की न्यायिक हिरासत 14 दिन के लिए बढ़ा दी गई है. दिल्ली पुलिस ने अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट से कहा कि मामले की जांच अभी चल रही है. इसके बाद तोमर को 20 जुलाई तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
अदालत ने पुलिस को एक मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में तोमर के नमूना हस्ताक्षर लेने की भी अनुमति दी. इससे यूपी और बिहार के विश्वविद्यालयों से प्राप्त नए दस्तावेजों को नमूनों से मिलान किया जाएगा. तोमर के वकील ने कहा कि अदालत को इस मामले की जांच में हुई प्रगति के बारे में बताया जाना चाहिए.
जांच अधिकारी सत्येंद्र सांगवान ने इसके बाद कहा कि तिलका मांझी विश्वविद्यालय के दस्तावेज और उपस्थिति पत्र सहित कई अन्य दस्तावेज हासिल किए गए हैं. इनकी जांच जारी है. इस विश्वविद्यालय से तोमर ने कथित रूप से कानून की पढाई की है.
बताते चलें कि इससे पहले 22 जून को अदालत ने जमानत याचिका खारिज करते हुए तोमर को न्यायिक हिरासत में भेजा था. अदालत ने कहा था कि एक जनप्रतिनिधि और विधायक होने के नाते तोमर पर लगे आरोप गंभीर प्रकृति के हैं.