दिल्ली के उप मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों के प्रिंसिपल को संबोधित करते हुए महिला हिंसा, अशिक्षा और भुखमरी के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक करने की बात कही.
दिल्ली के विज्ञान भवन में केजरीवाल सरकार ने सभी सरकारी स्कूलों के प्रिंसिपल के साथ एक प्रोग्राम आयोजित किया. इसमें सभी प्रिंसिपल को शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने संबोधित किया. उन्होंने कहा कि पिछले 4 साल में सरकारी स्कूलों में बेहतर काम हुआ है. दिल्ली सरकार के स्कूलों में चल रहे हैप्पीनेस प्रोग्राम पर बोलते हुए सिसोदिया ने कहा कि स्कूलों में चल रहा हैप्पीनेस प्रोग्राम शिक्षा क्षेत्र में सबसे बड़ा रिफॉर्म है.
सिसोदिया ने कहा कि स्कूलों में क्रिएटिव चीजें करने के लिए सरकार हर साल एक से डेढ़ लाख रुपए देगी. उन्होंने दावा किया कि 70 फ़ीसदी बच्चे अब अपनी टेक्स्ट बुक पढ़ पा रहे हैं और बाकी 30 फीसदी पर भी काम होना बाकी है. देश के सभी राज्यों से टीमें हमारी स्कूलों का हैप्पीनेस प्रोग्राम देखने आ रही हैं. साथ ही सिसोदिया ने माना कि स्कूलों में बन रही बिल्डिंग हमारी उपलब्धि नहीं है. हमारे स्कूलों की उपलब्धि है खुशनुमा बच्चे और बच्चों के खुशमिजाज होने में हैप्पीनेस क्लास का बहुत बड़ा योगदान है.
मनीष सिसोदिया ने कहा कि हैप्पीनेस क्लास के चलते बच्चों में शांत प्रवृत्ति बहुत ज्यादा बढ़ गई है. उन्होंने कहा कि एजुकेशन का एकमात्र उद्देश्य है बच्चा खुशहाल जिंदगी जी सके और दूसरों को खुशहाल रहने में मदद कर सके. सिसोदिया ने कहा कि सभी प्रिंसिपल के साथ मिलकर हम लोग महिला हिंसा, अशिक्षा और भुखमरी के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक करेंगे.
इसके साथ दी सिसोदिया ने दावा किया कि हमें फिर से सेकंड टर्म मिलेगा. दिल्ली के लोग इस चुनाव में एजुकेशन को जिताएंगे. इससे पहले भी दिल्ली सरकार ने शिक्षा व्यवस्था में बदलाव के लिए कई कदम उठाए हैं, जिनकी काफी सराहना भी हुई. इसमें ब्रिटिश काउंसिल के साथ एमओयू साइन करना, टीचर्स को विदेश में ट्रेनिंग देना और 'हैप्पीनेस करिकुलम' शुरू करना आदि शामिल है.
आपको बता दें कि केजरीवाल सरकार विधानसभा चुनाव से पहले लोगों के बीच पहुंच कर अपनी उपलब्धियों के बारे में बता रही है और लोगों के बीच पहुंच कर उनकी राय मांग रही है.