दिल्ली की कड़ाके की ठंड में राजनीतिक पारा लगातार बढ़ रहा है, हाल ही में आईएएस और दानिक्स अधिकारियों द्वारा पास किए गए प्रस्ताव को दिल्ली सरकार ने राजनीतिक प्रस्ताव करार दिया है जो यह दर्शाता है कि दिल्ली सरकार और अधिकारियों के बीच की लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है. उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने अधिकारियों को चेतावनी दी कि सरकारी काम में बाधा डालने पर अधिकारियों के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा. मनीष सिसोदिया ने प्रेस कांफ्रेंस कर इस मुद्दे को पूरी तरह से जनता के साथ जोड़ दिया और अधिकारियों को आड़े हाथो लिया.
सिसोदिया की प्रेस कांफ्रेंस की बड़ी बातें-
1. सिसोदिया बोले कि अधिकारी जनता का काम नहीं करेंगे तो सरकार डांटेगी भी और अच्छा काम करने पर प्यार भी करेगी. सिसोदिया ने मंगलवार देर शाम को दानिक्स और आईएएस अधिकारियों की मीटिंग में पास किए गए प्रस्ताव को और साफ संकेत दिया कि अधिकारियों के सामने सरकार टूटने और झुकने वाली नहीं हैं.
2. सिसोदिया के मुताबिक दो दिन पहले मुख्यमंत्री के आदेश के बाद दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री लोकनायक अस्पताल गए थे, वहां एक मरीज की मौत हो गई हैं. जब सत्येन्द्र जैन ने स्वास्थ्य सचिव को अस्पताल पहुंचने के लिए कहा तो स्वास्थ्य सचिव ने छुट्टी होने के कारण गाड़ी न होने का बहाना कर दिया. उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति की मौत हो जाती हैं और अधिकारी छुट्टी और गाड़ी का बहाना बनाते हैं.
3. मनीष सिसोदिया बोले कि मुझे सुबह अधिकारियों की एसोसिएशन के एक प्रतिनिधि मंडल ने भी मुलाकात की है. जिसमें मैंने अधिकारियों को साफ कह दिया कि जब भी यह एसोसिएशन कोई प्रस्ताव पास करती हैं तो वह राजनीतिक प्रस्ताव क्यों होता है?
4. एक बार पहले जब ऑड–इवन के दौरान सारे अधिकारी हड़ताल पर चले गए थे और अब जब लोगों के काम की बात कर रहे हैं तो एसोसिएशन राजनीतिक प्रस्ताव पास कर रही है.
5. सिसोदिया बोले कि सड़को की मरम्मत से लेकर दिल्ली में बसें खरीदने का प्लान छह महीने से लटका पड़ा है, हम दस हजार बिस्तरों को 20 हजार करने की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन अधिकारी हैं कि उन फाइलों को दबाकर बैठे हुए है.
6. सिसोदिया ने कहा कि हमने ओलंपिक विजेत साक्षी मलिक के पिता को डीटीसी में कंडेक्टर से आउट ऑफ टर्न प्रमोशन देने का ऐलान किया था, लेकिन तीन माह से अधिकारी फाइल दबा कर बैठे है.
7. सिसोदिया ने चुनौती देते हुए कहा कि या तो अधिकारी अपना ट्रांसफर करवा ले नहीं तो जनता के काम करने के लिए हमेशा तैयार रहें, क्योंकि सर्विस रूल के हिसाब से कर्मचारी 24 घंटे काम करने के लिए वचनबद्ध होते हैं.
प्रेस कांफ्रेंस के आखिर में मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली के मामले को लेकर हमें सुप्रीम कोर्ट पर पूरा भरोसा है, अब सुप्रीम कोर्ट को बताएंगे कि किस तरह हमें काम नहीं करने दिया जा रहा हैं.