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दिल्ली: क्यों बोले मनीष सिसोदिया BJP की वजह से नगर निगमों के स्कूलों की हालत खस्ता?

डिप्टी सीएम सिसोदिया ने कहा कि नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) जी की सरकार ने पूरे देश के स्कूलों (Schools) और छात्रों के बारे में एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें दिल्ली के बारे में भी रिपोर्ट है.

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दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया.(फाइल फोटो)
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया.(फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • भाजपा की वजह से खराब हो रहा दिल्ली का नाम- सिसोदिया
  • आप सरकार की सिसोदिया ने की तारीफ
  • बीजेपी पर जमकर साधा निशाना

दिल्ली (Delhi) के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने बीजेपी (BJP) पर निशाना साधा है. रविवार को डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली का जो नाम खराब हो रहा है वह भारतीय जनता पार्टी के दिल्ली नगर निगम (Delhi MCD) में 20 साल के कुशासन की वजह से हो रहा है. 

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डिप्टी सीएम सिसोदिया ने कहा कि नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) जी की सरकार ने पूरे देश के स्कूलों (Schools) और छात्रों के बारे में एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें दिल्ली के बारे में भी रिपोर्ट है. यह रिपोर्ट कहती है कि जो बीजेपी पिछले 20 सालों में नगर निगम में बैठी है उसने नगर निगम के स्कूलों की इतनी खराब हालत कर दी है कि नगर निगम के स्कूल पूरे देश में सबसे पिछड़े स्कूल बन गए हैं, इनकी वजह से पूरे दिल्ली की तस्वीर की खराब हो रही है.

उन्होंने आगे कहा कि मोदी जी की सरकार की रिपोर्ट यह भी कह रही है कि दिल्ली सरकार के जो स्कूल हैं वे छात्रों शिक्षकों की संख्या के हिसाब से एकदम ठीक चल रहे हैं और शानदार चल रहे हैं. डिप्टी सीएम ने कहा कि मैंने उस रिपोर्ट को देखा और ठीक से पढ़ा और यह समझ में आया कि बीजेपी पिछले 20 साल से नगर निगम में सत्ता में है और इस रिपोर्ट में यह बताया गया है कि किस तरह से नगर निगम के स्कूलों में जितने छात्र हैं उसके हिसाब से शिक्षकों की संख्या बहुत कम है.

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उन्होंने कहा कि रिपोर्ट कहती है कि दिल्ली में जो दिल्ली सरकार के स्कूल हैं उसमे RTE के हिसाब से 98% स्कूलों में छात्र की संख्या के हिसाब से शिक्षक पर्याप्त हैं. यानी बस 2% में अनुपात ठीक नहीं है जबकि पूर्वी दिल्ली नगर निगम में 58% स्कूलों में शिक्षकों की संख्या छात्रों के हिसाब से पर्याप्त नहीं है. उत्तरी दिल्ली नगर निगम में 46% स्कूलों में शिक्षकों की संख्या छात्रों के हिसाब से पर्याप्त नहीं है. दक्षिण दिल्ली नगर निगम में 39% स्कूलों में शिक्षकों की संख्या छात्रों केह हिसाब से पर्याप्त नहीं है.

उन्होंने कहा कि यह रिपोर्ट बताती है कि अरविंद केजरीवाल जी के 98 फ़ीसदी स्कूलों में राइट टू एजुकेशन के हिसाब से शिक्षकों की संख्या छात्रों के हिसाब से पर्याप्त है. दिल्ली का जो नाम खराब हो रहा है वह भारतीय जनता पार्टी के दिल्ली नगर निगम में 20 साल के कुशासन की वजह से हो रहा है.

 

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