देश की राजधानी दिल्ली में ड्रग्स और जिस्फरोशी का धंधा अपना पांव पसारते ही जा रहा है. इस धंधे में बच्चों का इस्तेमाल भी धड़ल्ले से किया जा रहा है. 'आज तक' ने अपनी खास पड़ताल में पाया कि पुरानी दिल्ली के जामा मस्जिद इलाके में ये धंधा जोर-शोर से चल रहा है.
इस इलाके के कई बच्चे ड्रग्स की लत के शिकार हो रहे हैं. इलाके में खुलेआम बिक रहे नशीले ड्रग्स के खिलाफ जामा मस्जिद के इमाम ने भी आवाज उठाई है. 'आज तक' से खास बातचीत में ड्रग्स की लत के शिकार एक नाबालिग ने बताया कि महज 16 साल की उम्र में वो चरस, गांजा, कोकीन और कई तरह के ड्रग्स का सेवन कर चुका है. नाबालिग ने बताया कि इस इलाके में हर तरह के ड्रग्स मिलते हैं और इन सब में पुलिस वालों की मिली-भगत भी होती है. नाबालिग का ये भी कहना था कि ड्रग्स की लत लगाने के लिए पहले फ्री में ड्रग्स दिया जाता है और जब बाद में लत लग जाती है तो फिर इसका फायदा उठाया जाता है.
ड्रग्स ने कई घरों को बर्बाद कर दिया है. ड्रग्स के सेवन से अब तक कई मौतें हो चुकीं हैं. जामा मस्जिद के शाही इमाम ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस से जल्द से जल्द एक्शन लेने को कहा है. शाही इमाम ने आरोप लगाया कि इलाके के रैनबसेरों में जिस्मफरोशी का धंधा भी फल-फूल रहा है. उन्होंने कहा कि ऐसे रैनबसेरों को अपराधियों ने छिपने का जरिया बना लिया है. शाही इमाम ने ऐसे रैनबसेरों को बंद करने की मांग की है और साथ ही साथ ड्रग्स रैकेट पर भी लगाम लगाने की बात कही है.