पूर्वी दिल्ली में डीडीए द्वारा ईस्ट एमसीडी को लैंडफिल साइट के लिए दी गई जगह का बीजेपी ने विरोध किया है. मंगलवार को दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि वो इस मामले में उप राज्यपाल से मुलाकात भी करेंगे. दरअसल, मनोज तिवारी दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष होने के साथ ही नॉर्थ ईस्ट दिल्ली से सांसद भी हैं और डीडीए ने ईस्ट एमसीडी को घोंडा गुजरान और सोनिया विहार में प्रस्तावित लैंडफिल साइट के लिए जो जगह चिन्हित की है, वो दोनों ही मनोज तिवारी के संसदीय क्षेत्र में आती हैं. लिहाजा तिवारी शुरू से ही यहां प्रस्तावित लैंडफिल साइट का विरोध कर रहे हैं.
मनोज तिवारी ने कहा कि घोंडा गुजरान खादर और सोनिया विहार में अधिकारियों के स्तर पर प्रस्तावित लैंडफिल साइट न सिर्फ वायु प्रदूषण के दृष्टिकोण से जनस्वास्थ्य के लिए हानिकारक होगी, बल्कि इससे यमुना नदी और भूजल दोनों में प्रदूषण बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि जनस्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए यमुना खादर के क्षेत्र के समीप प्रस्तावित इस लैंडफिल साइट का भारतीय जनता पार्टी विरोध करती है और हम इस मामले को जनहित के लिए उपराज्यपाल के पास लेकर जाएंगे.
तिवारी ने कहा कि प्रस्तावित लैंडफिल साइट के आसपास करीब 30 लाख लोगों की जनसंख्या निवास करती है. लिहाजा मानवीय पहलुओं को ध्यान में रखते हुए यहां लैंडफिल साइट नहीं बननी चाहिए. मनोज तिवारी ने कहा कि जिस जमीन पर लैंडफिल साइट प्रस्तावित की गई है, वहां पर केन्द्रीय सुरक्षा बलों के अलावा विभिन्न राज्यों की दिल्ली में तैनात टुकड़ियों के कैम्प तो बने ही हैं, साथ ही दिल्ली पुलिस का ट्रेनिंग स्कूल भी चल रहा है.
बीजेपी नेता ने कहा कि अगर दिल्ली की केजरीवाल सरकार टीकरी गांव के समीप खाली पड़ी 70 एकड़ भूमि लैंडफिल साइट के लिए दे दे, तो पूर्वी दिल्ली की लैंडफिल साइट की आवश्यकता भी पूरी हो जाएगी और जनस्वास्थ्य पर भी कोई विपरीत असर नहीं पड़ेगा.