कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन दिल्ली बॉर्डर पर पिछले 7 दिनों से जारी है. दिल्ली की सीमा पर सैकड़ों की संख्या में किसान जुटे हैं. किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोकने के लिए पुलिस ने बॉर्डर को सील कर दिया है. बॉर्डर बंद होने के कारण आम लोगों को परेशानी का भी सामना करना पड़ रहा है. गाड़ियों की लंबी कतारें लग रही हैं. इस वक्त तो लोग ऑफिस से घर की तरफ वापस लौट रहे होते हैं. ऐसे में ट्रैफिक से जुड़ी हर अपडेट हम आपको यहां दे रहे हैं.
- दिल्ली से नोएडा आने वाले रास्तों को अब खोल दिया गया है. चिल्ला बॉर्डर जो पहले बंद था उसे पुलिस ने खोल दिया है.
- किसान नोएडा से दिल्ली जाने वाली सड़क पर बैठे हैं. पुलिस ने दिल्ली-नोएडा चिल्ला बॉर्डर पर लगे बैरिकेड्स हटा दिए हैं.
- सिंधु बॉर्डर अब भी दोनों तरफ से बंद है. मुकरबा चौक और जीटीके रोड से ट्रैफिक को डायवर्ट किया गया है.
- दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने सिग्नेचर ब्रिज से रोहिणी (आउटर रिंग रोड) से बचने की सलाह दी है. जीटीके रोड, एनएच 44 और सिंधु, औचंदी और लामपुर से भी बचने की सलाह दी गई.
बता दें कि कृषि कानून के खिलाफ सड़कों पर उतरे किसानों से तीसरे दौर की बातचीत किसी अंजाम तक नहीं पहुंच पाई. अब तय हुआ कि कल यानी 3 दिसंबर को फिर से सरकार और किसान संगठनों के बीच बात होगी. किसानों ने एलान कर दिया कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती, तब तक आंदोलन चलेगा, आगे बढ़ेगा.
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किसानों के आंदोलन के कारण टिकरी, झारोदा, झटीकरा बॉर्डर को भी बंद कर दिया गया है. बदुसराय बॉर्डर को सिर्फ टू-व्हीलर गाड़ियों के लिए खोला गया है. दिल्ली से हरियाणा में धनसा, दौराला, कापसहेड़ा, राजोकरी एनएच-8, बिजवासन/बाजघेरा, पालम विहार और दुंदाहेरा बॉर्डर से जाया जा सकता है.
दिल्ली पुलिस ने कहा कि किसानों के आंदोलन के चलते जिन बॉर्डर को बंद किया गया है, उसके अलावा अन्य रूट से आवागमन करें.