आज उस मां के लिए बेहद भावुक दिन है जो पिछले 9 महीनों से अपनी मरहूम बेटी के लिए इंसाफ की लड़ाई लड़ रही थी. दिल्ली गैंगरेप के चारों बालिग दरिदों को आज जब अदालत में फांसी की सजा सुनाई गई तो ज्योति की मां की आंखों से आंसू छलक पड़े.
सजा सुनाए जाने के बाद आज तक से खास बातचीत में ज्योति की मां ने कहा, 'हमें पूरी उम्मीद थी कि जानवरों सी बर्बरता करने वालों को फांसी ही होगी. फांसी मिलेगी, तो इंसाफ मिलेगा. वरना हमारी बेटी की आत्मा को शांति नहीं मिलेगी और इंसाफ अधूरा रह जाएगा.'
पुलिस और न्यायालय को धन्यवाद देते हुए उन्होंने उम्मीद जताई कि उनकी बेटी के साथ दरिंदगी करने वालों को फांसी सुनाए जाने का समाज पर बड़ा असर होगा और अब लोग ऐसी वारदात को अंजाम देने से डरेंगे.
ज्योति को याद करते हुए उन्होंने कहा, 'वह हर वक्त हमारी यादों में रहती है. सोते-जागते उसी को याद करते हैं.'