देश की राजधानी में प्रदूषण की समस्या अब भी बरकरार है. कई इलाकों में पीएम 2.5 और पीएम 10 का स्तर निम्न से लेकर बेहद निम्न स्तिथि पर दर्ज किया जा रहा है. इस बीच दिल्ली सरकार के पर्यावरण विभाग ने प्रदूषण रोकथाम के लिए सभी 272 वार्डों में पर्यावरण मार्शल तैनात करने का आदेश जारी किया है.
इससे पहले आम आदमी पार्टी सरकार ने 83 पर्यावरण मार्शल दिल्ली में तैनात किए थे. ये मार्शल हर एक वार्ड में जाकर पर्यावरण में प्रदूषण फैलाने वाली वजहों या जगहों का पता लगाते हैं और मौके पर कार्रवाई करते हैं. मार्शल कूड़ा जलने, आग लगने, निर्माण कार्य के दौरान पर्यावरण नियमों की अनदेखी जैसी अन्य गड़बड़ियों का पता लगाते हैं.
पर्यावरण मंत्री इमरान हुसैन ने 'आजतक' के साथ खास बातचीत में बताया कि प्रदूषण से निपटने के लिए मार्शल एक अहम रोल अदा करते हैं. उन्होंने कहा कि किसी भी इलाके में प्रदूषण की जानकारी मिलने पर मार्शल संबंधित एजेंसी और अधिकारी को जानकारी भी देते हैं. मार्शल की संख्या बढ़ाने के पीछे एक बड़ा मकसद कम समय मे दिल्ली के ज्यादा से ज्यादा उन इलाकों तक पहुंचना है जहां प्रदूषण फैल रहा है.
पर्यावरण विभाग के मुताबिक जनवरी 2018 से अबतक 14 हजार मामलों को मार्शल द्वारा सुलझाया गया है जबकि सिर्फ नवंबर महीने में 1000 से ज्यादा मामलों को मार्शल रिपोर्ट कर चुके हैं.