दिल्ली में सरकार और IAS अधिकारियों के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है. दिल्ली पुलिस की तरफ से इस मामले में लगातार कार्रवाई जारी है. आप विधायक प्रकाश जारवाल को रात को ही गिरफ्तार कर लिया गया था, अब दूसरे विधायक अमानतुल्ला खान ने भी सरेंडर कर दिया है. पुलिस की सक्रियता देखकर सवाल उठ रहा है कि क्या इस मामले में पुलिस दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से भी पूछताछ करेगी.
दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश की जो मेडिकल रिपोर्ट सामने आई है, उससे पता चलता है कि उनके साथ मारपीट हुई है. क्योंकि रिपोर्ट के मुताबिक, उनके चेहरे पर कट का निशान है और कंधे पर चोट के निशान भी हैं.
बैठक में शामिल विधायक प्रकाश जारवाल और अमानतुल्ला खान गिरफ्तार हैं. लेकिन चूंकि यह बैठक मुख्यमंत्री के कहने पर बुलाई गई थी, इसलिए पुलिस की जांच की आंच उनतक भी पहुंच सकती है. पुलिस ने अंशु प्रकाश की शिकायत के आधार पर अरविंद केजरीवाल के सलाहकार वीके जैन को भी हिरासत में लेकर करीब 3 घंटे तक पूछताछ की, हालांकि बाद में उन्हें छोड़ दिया गया. वीके जैन ने अपने बयान में कहा है कि उनके सामने किसी भी तरह की मारपीट नहीं हुई.
केजरीवाल के सलाहकार वीके जैन को सिर्फ इसलिए हिरासत में लिया गया था क्योंकि उन्होंने ही मुख्य सचिव को फोन पर बैठक में आने को कहा था. लेकिन चूंकि सारा विवाद अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया के सामने और उनकी मौजूदगी में हुआ है, ऐसे में मामले की पूरी सच्चाई जानने के लिए दिल्ली पुलिस इन दो नेताओं से भी पूछताछ कर सकती है.
मुख्य सचिव के साथ हुई ये बैठक रात करीब 12 बजे मुख्यमंत्री आवास पर हुई थी. बैठक में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के अलावा 10 विधायक मौजूद थे. इनमें प्रकाश जारवाल, अजय दत्त, अमानतुल्ला खान, नितिन त्यागी, संजीव झा, मदनलाल, प्रवीण कुमार, राजेश गुप्ता, ऋतुराज झा और राजेश ऋषि शामिल थे.
मुख्यमंत्री की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने भी इस मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की पुलिस, केंद्र के ही अफसर हैं तो गुंडई तो होनी ही है. बीजेपी ना काम कर रही है और ना ही करने दे रही है.
ये है पूरा मामलाकेंद्र सरकार की police, केन्द्र सरकार के अफ़सर , फिर गुण्डई तो होनी ही है। जनता गई भाड़ में। भाजपा ना तो काम करती ना ही करने देती अब जनता ही इन्हें सबक़ सिखाएगी।
— Sunita Kejriwal (@KejriwalSunita) February 21, 2018
मुख्य सचिव अंशु प्रकाश ने आरोप लगाया था कि सोमवार देर रात मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर उन्हें मीटिंग के लिए बुलाया गया था. इस दौरान आम आदमी पार्टी विधायकों ने सरकारी विज्ञापन रिलीज करने का दबाव बनाया और उनके साथ मारपीट की.
इस घटना के बाद मुख्य सचिव ने मंगलवार को दिल्ली पुलिस में शिकायत दी, जिसके बाद ओखला विधायक अमानतुल्ला समेत अन्य विधायकों के खिलाफ केस दर्ज किया गया. हालांकि, आम आदमी पार्टी की तरफ से दावा किया गया है कि बैठक विज्ञापन के मुद्दे पर नहीं बल्कि राशन कार्ड के मुद्दे पर बुलाई गई थी.