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दिल्ली: वैक्सीन की किल्लत, केजरीवाल सरकार का आदेश- फिलहाल दूसरी डोज वालों को ही लगे कोवैक्सीन

दिल्ली में सरकार के पास 18-44 साल के लोगों के लिए COVAXIN उपलब्ध नहीं है. जिन 18 से 44 साल के लोगों ने मई महीने में COVAXIN की पहली डोज़ ली है. उनका दूसरी डोज़ लेने का समय हो चुका है लेकिन सरकार के पास COVAXIN नहीं है.

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दिल्ली में कोवैक्सीन की किल्लत के चलते यह फैसला लिया गया है. (फाइल फोटो-पीटीआई)
दिल्ली में कोवैक्सीन की किल्लत के चलते यह फैसला लिया गया है. (फाइल फोटो-पीटीआई)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • दिल्ली में कोवैक्सीन की किल्लत है
  • मई में कोवैक्सीन की पहली डोज लेने वालों को दूसरी डोज देने का समय
  • केजरीवाल सरकार ने जारी किया आदेश

दिल्ली में कोरोना वैक्सीनेशन के बीच वैक्सीन की किल्लत के चलते केजरीवाल सरकार ने नया आदेश जारी किया है. दिल्ली में युवाओं को COVAXIN की दूसरी डोज़ उपलब्ध करवाने के लिए दिल्ली सरकार ने अहम फैसला लिया है. अब दिल्ली के सभी प्राइवेट अस्पताल और नर्सिंग होम जो कोवैक्सीन लगा रहे हैं. अगले आदेश तक कोवैक्सीन केवल दूसरी डोज़ लेने वालों को ही लगा सकेंगे. 

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यह आदेश सिर्फ़ 18-44 साल के लोगों के लिए जारी किया गया है. चार जून को दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली सरकार से इस बारे में विचार करने के लिए कहा था, जिसके बाद दिल्ली सरकार ने आदेश जारी कर दिया है.

दरअसल, दिल्ली में सरकार के पास 18-44 साल के लोगों के लिए COVAXIN उपलब्ध नहीं है. जिन 18 से 44 साल के लोगों ने मई महीने में कोवैक्सीन की पहली डोज़ ली है. उनका दूसरी डोज़ लेने का समय हो चुका है लेकिन सरकार के पास कोवैक्सीन नहीं है. यह वैक्सीन  प्राइवेट में भी आसानी से उपलब्ध नहीं हो पा रही है जिसके बाद केजरीवाल सरकार ने यह फैसला लिया है.

दिल्ली में कोरोना के मामलों की बता करें तो यहां बीते 24 घंटे में कोरोना के 381 नए मामले सामने आए हैं जबकि 34 मरीजों की कोरोना के चलते मौत हुई है. सूबे में संक्रमण दर 0.50 प्रतिशत है और यहां सक्रिय मामले 5889 हैं. दिल्ली में बीते  15 मार्च के बाद पहली बार एक दिन में सबसे कम नए मामले दर्ज किए गए हैं. 15 मार्च को दिल्ली में 368 नए मामले सामने आए थे. 24 घंटे में 34 मरीजों की मौत के साथ ही सूबे में कोरोना से मरने वालों की संख्या 24,591 हो गई है. 8 अप्रैल के बाद दिल्ली में पहली बार सबसे कम मौत के आंकड़े सामने आए हैं. 8 अप्रैल को दिल्ली में 24 मरीजों की मौत हुई थी.

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